posted on : जून 12, 2023 10:21 पूर्वाह्न
रूडकी : डेयरी विकास विभाग के संयुक्त निदेशक एवं प्रबंध निदेशक यूसीडीएफ जयदीप अरोड़ा द्वारा उपनिदेशक डेरी, गढ़वाल एवं सहायक निदेशक हरिद्वार के साथ हरिद्वार जनपद के डाडा फरकपुर ,डाडा पट्टी, बिंदु खड़क, सढोली में दुग्ध उत्पादको की समस्याएं सुनी एवं योजनाओं की जानकारी दी। दुग्ध संघ में अधिकारी कर्मचारियों की बैठक में दूध उत्पादकों की समस्याओं का निराकरण एवं डेयरी विभाग की योजनाओं के लागू करने मे शिथिलता बरतने वाले कर्मचारियों पर होगी कार्यवाही।
डेयरी विकास विभाग दुग्ध सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण दूध उत्पादकों को शहरी उपभोक्ताओं से जोड़ता है । हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गठित 342 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से डेयरी विकास विभाग की योजनाओं का लाभ दूध उत्पादकों को देते हैं 1 मई से 31 मई तक डोर टू डोर सर्वे चलाया जा रहा है ।संयुक्त निदेशक एवं प्रबंध निदेशक यूसीडीएफ जयदीप अरोड़ा ने कहा की दुग्ध समितियों के माध्यम से ₹47 प्रति लीटर मानक पर दूध खरीदा जाता है तथा उत्तराखंड सरकार द्वारा दूध उत्पादकों के खाते में ₹4 प्रति लीटर अतिरिक्त भेजा जाता है ढाई सौ लीटर से ऊपर 1 ₹लीटर तथा 500 से ऊपर ₹2 प्रति लीटर तथा प्रो डाटा लागू किया जा रहा है। आंचल संतुलित पशु आहार पर ₹400 प्रति कुंटल, मिनरल मिक्सर ,प्रोबायोटिक, भूसा 50% अनुदान पर , साइलेज 75% अनुदान पर तथा एनसीडीसी योजना से दुधारू पशु खरीदने के लिए महिलाओं को 75% एवं सामान्य पुरुष को 50% अनुदान पर दुधारू पशु क्रय करने के लिए ऋन दिया जा रहा है । हरिद्वार जिले में आंचल बुत एवं आंचल कैफे निर्माण किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा दूध उत्पादकों से प्राप्त दूध भारतीय सेना को उपलब्ध कराया जाता है जो जय जवान जय किसान के नारे को साकार करता हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार एवं स्वावलंबन में दुग्ध व्यवसाय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है बैठक में कर्मचारियों को कार्यप्रणाली में सुधार करने के लिए कठोर चेतावनी देते हुए कहा कि दूध उत्पादको का हित सर्वोपरि है इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी । बैठक में उपनिदेशक गढ़वाल डीपी सिंह, सहायक निदेशक हरिद्वार बृजेश सिंह, प्रधान प्रबंधक सक्षम, दुग्ध निरीक्षक सहदेव पुंडीर, संतोष सिंह सहित कर्मचारी उपस्थित रहे।


