सम्पादकीय

दृष्टि-मूल्य एक नई सामाजिक व्यवस्था और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – श्रीवास्तव

देहरादून : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भाव और भावना का अभाव होता है इसलिए  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग के साथ स्प्रीचुअल...

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इतिहास : लाखीराम ‘बडेड़ी’ की बालिका शिक्षा क्रांति, रवांई की पहली पढ़ी-लिखी बेटी ‘सत्यभामा’

किस्सा-कहानी 1950 से पहले का दौर। जब देश में ही गिने-चुने स्कूल हुआ करते थे। उस दौर में उत्तराखंड में...

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अनंत प्रस्थान पर स्वामी स्मरणानंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा भावुक लेख

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के महापर्व की भागदौड़ के बीच एक ऐसी खबर आई, जिसने मन-मस्तिष्क में कुछ पल...

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बिन पानी सब सून : प्रकृति के जीवनदायक अमूल्य उपहार जल की प्रत्येक बूँद को संरक्षित करने के लिए ले संकल्प

जल ही जीवन हैं देहरादून :  आइए, प्रकृति के जीवनदायक अमूल्य उपहार 'जल' की प्रत्येक बूँद को संरक्षित करने हेतु...

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कभी पत्रकारिता से सामाजिक जीवन शुरू करने वाले रहे हैं लालकृष्‍ण आडवानी, जो हैं अब भारत रत्‍न

भोपाल/नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी की छवि भारतीय जनता पार्टी...

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