posted on : दिसंबर 14, 2023 9:28 अपराह्न
कोटद्वार । स्वास्थ्य विभाग में करोना महामारी के समय तैनात किये गये 180 कर्मचारियों की नौकरी पर एक बार फिर खतरे की तलवार लटक रही है। पिछली बार उत्तराखंड कैबिनेट ने इन कर्मचारियों को 6 माह तक संविदा पर आऊटसोर्स से समायोजित किया था परन्तु शासन से इन कर्मचारियों की सेवा विस्तार के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार के आदेश निर्गत नही होने से बेस चिकित्सालय कोटद्वार द्वारा कर्मचारियों को 15 मार्च से बाहर करने के आदेश दिये गये हैं। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार ने भी कर्मचारियों से 15 मार्च के बाद सेवायें नही लेने का पत्र आऊटसोर्स ऐजेंसी टीएनएम को दे दिया है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी में पर्याप्त मानव संसाधन की व्यवस्था के लिये सरकार ने 2020 में प्रदेश में 2700 के लगभग कर्मचारी फार्मासिस्ट, स्टाफनर्स , डाटाइंट्री आपरेटर,क्षवार्ड ब्वाय और आया के पदों पर की थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पौड़ी के अधीन कर्मचारियों को भी 15 मार्च से भी टीएनएम कर्मचारियों से कार्य नही लेने का आदेश निर्गत किया गया है। बेस चिकित्सालय श्रीनगर ने भी सभी कर्मचारियों को 15 मार्च से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पूर्व में तैनात अवधि का वेतन भी इन कर्मचारियों को नही दिया गया है जिससे कर्मचारी नाराज दिखे। बेस चिकित्सालय कोटद्वार में संविदा समाप्त करने पर कर्मचारियों ने चिकित्सालय परिसर में जमकर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ नारे लगाये। कर्मचारियों की मांग है कि जल्द से जल्द उन्हें विभागीय समायोजन दिया जाये।



