posted on : जून 19, 2023 6:26 अपराह्न
हरिद्वार : जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के सम्मान में शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी ने अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया तथा जनपद की समस्त जनता द्वारा उन्हें दिये गये सकारात्मक सहयोग के लिये हार्दिक आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि मैंने माह अगस्त,2021 को जनपद हरिद्वार का बतौर जिलाधिकारी पदभार ग्रहण किया था। उन्होंने जनपद हरिद्वार का जिक्र करते हुये कहा कि हरिद्वार जनपद की चुनौतियां-चाहे धार्मिक आयोजन हों, विकास हो, हर तरह से अन्य जनपदों से अलग हैं, लेकिन मैंने कभी भी इन चौनौतियों की परवाह किये बगैर निरन्तर कार्य किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी ने अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया तथा जनपद की समस्त जनता द्वारा उन्हें दिये गये सकारात्मक सहयोग के लिये हार्दिक आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि मैंने माह अगस्त,2021 को जनपद हरिद्वार का बतौर जिलाधिकारी पदभार ग्रहण किया था। उन्होंने जनपद हरिद्वार का जिक्र करते हुये कहा कि हरिद्वार जनपद की चुनौतियां-चाहे धार्मिक आयोजन हों, विकास हो, हर तरह से अन्य जनपदों से अलग हैं, लेकिन मैंने कभी भी इन चौनौतियों की परवाह किये बगैर निरन्तर कार्य किया।
डीएम विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि हर अधिकारी/कर्मचारी अपने आप में लीडर होता है, प्रत्येक में लीडरशिप की क्वालिटी होती है, लेकिन जरूरत उसे प्रेरित करने की होती है। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य करें, उसे खुलकर मन लगाकर करें, सफलता अवश्य मिलेगी। अपने अनुभव साझा करते हुये उन्होंने कहा कि लगभग दो साल के कार्यकाल में उन्हें हमेशा अच्छे अनुभव मिले, जिसका श्रेय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि जीवन में सन्तुलन बहुत आवश्यक है। इसलिये हर जगह सन्तुलन बनाये रखें तथा आफिस आदि का तनाव घर लेकर कभी भी न जायें। हमेशा खुश रहें।
कर्यक्रम को सम्बोधित करते हुये अपर जिलाधिकारी(प्रशासन पीएल शाह ने कहा कि जिलाधिकारी का एक अभिभावक की तरह हमेशा संरक्षण मिला। उन्होंने कहा कि वे हमेशा यह याद दिलाते रहते थे कि अगर आपकी पहल से प्रतिदिन दो गरीब व्यक्त्यिों की मदद हो जाती है, तो इससे अधिक नेकी का कार्य कुछ भी नहीं है। उन्होंने कावंड़ मेला, जल जीवन मिशन, विधान सभा चुनाव, पंचायत चुनाव आदि का जिक्र करते हुये कहा कि उनका कुशल मार्गदर्शन इनके संचालन में पग-पग पर मिलता रहा। परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह ने कहा कि मैं लगभग 12 वर्ष से अधिक समय से उनसे जुड़ा हूं। वे प्रशासनिक कुशल अनुभव, निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता के साथ-साथ ज्योतिष के भी अच्छे ज्ञाता हैं तथा आशा करते हैं कि भविष्य में भी आवश्यकता पड़ने पर उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा।
एसडीएम पूरण सिंह राणा ने समारोह में अपने अनुभव साझा करते हुये कहा कि जिलाधिकारी में नेतृत्व करने की क्षमता एक्ट्राआर्डनरी है। कोविड-19 वैक्सीनेशन का लक्ष्य हो या सौंपे गये अन्य चुनौतीपूर्ण कार्य हों, उनके मार्ग-दर्शन में सफल सम्पादन किया गया। सम्मान समारोह में अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, सचिव एचआरडीए उत्तम सिंह चौहान, सिटी मजिस्ट्रेट नूपुर वर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर आशीष मिश्रा, एमएनए दयानन्द सरस्वती, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी बृजेश तिवारी, मुख्य कोषाधिकारी नीतू भण्डारी, सहायक परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत आदि ने भी जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के साथ कार्य करने के अवसर पर हुये अपने-अपने अनुभव साझा किये।
सम्मान समारोह में जिलाधिकारी का पुष्पगुच्छ, पुष्पमाला, शाल ओढ़ाकर तथा प्रतीक चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम का संचालन रेडक्रास सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने किया तथा जिलाधिकारी के साथ कार्य करने के अपने अनुभव को साझा किया। ज्ञातव्य है कि जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय का स्थानान्तरण/तैनाती सचिव मुख्यमंत्री, औद्योगिक विकास, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग तथा निवेश आयुक्त के पद पर हुई है। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश शर्मा, मुख्य उद्यान अधिकारी ओम प्रकाश सिंह, एआर कोआपरेटिव राजेश चौहान, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अविनाश भदौरिया, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, जिला आबकारी अधिकारी प्रभाशंकर मिश्रा, जिला पूर्ति अधिकारी मुकेश कुमार, जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार, जिलाधिकारी के मुख्य वैयक्तिक अधिकारी सुदेश कुमार, वैयक्तिक अधिकारी रामेन्द्र, नारायण तिवारी, नवल किशोर सहित कलक्ट्रेट के समस्त कार्मिक उपस्थित थे।


