posted on : दिसम्बर 6, 2021 4:39 अपराह्न
कोटद्वार । शैलशिल्पी विकास संगठन ने संविधान निर्माता, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी का आयोजन सिम्मलचौड स्थित उत्तराखंड रत्न, कर्मवीर जयानंद भारतीय स्मृति पुस्तकालय में किया गया. इस अवसर पर वक्ताओं ने डॉक्टर अंबेडकर को नवभारत निर्माण का राष्ट्रीय नायक बताते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की । विचार गोष्ठी में संगठन के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शिल्पकार, अनूप कुमार पाठक, समाजसेवी सुरेंद्र लाल आर्य,ओम प्रकाश कोटला, शूरवीर खेतवाल ,वयोवृद्ध समाजसेवी चक्रधर शर्मा कमलेश, गुड्डू सिंह चौहान, मनवर सिंह आर्य, विनीता भारती, विरजा देवी ,संजय कुमार फौजी आदि वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का आह्वान किया ।
संगठन के संयोजक विकास कुमार आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि अगर हम समाज को न्याय ,समता, स्वतंत्रता, बंधुता के मूल्यों पर स्थापित करना चाहते हैं तो हमें बाबा साहब के विचारों को आत्मसात कर आगे बढ़ना चाहिए तथा हमें अपने घरों में भारतीय संविधान को आवश्यक रूप से रखते हुए उसका अध्ययन स्वयं भी करना चाहिए तथा अपने बच्चों को भी संविधान पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए ,जब तक देश अपने महान संविधान को नहीं जानेगा तब तक हम बाबा साहब के सपनों का भारत निर्माण नहीं कर सकते । कार्यक्रम की अध्यक्षता शैलशिल्पी विकास संगठन के अध्यक्ष शिवकुमार एवं संचालन संगठन के महासचिव विकास कुमार आर्य ने किया ।इस अवसर पर सुभाष चंद्र, श्रद्धानंद, सत्यप्रकाश, चंद्रशेखर, बालीराम राठी ,केशीराम निराला ,सत्येंद्र खेतवाल, इंद्र सिंह आदि उपस्थित हुए ।