posted on : नवम्बर 21, 2022 6:44 अपराह्न
उखीमठ/रूद्रप्रयाग : द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर भगवान की देवडोली अपने देव निशानों के साथ विभिन्न पड़ावों के बाद समारोह पूर्वक शीतकालीन गद्दीस्धल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंच गयी है। आज ही मुख्य रूप से मद्महेश्वर मेला भी आयोजित हुआ हज़ारों श्रद्धालु इस असर पर भगवान मद्महेश्वर जी की डोली के दर्शन को पहुंचे। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार तथा मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने सभी श्रद्धालुओं को श्री मद्महेश्वर मेले की शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
भगवान मद्महेश्वर जी के कपाट 18 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हुए 18 नवंबर को ही भगवान मद्महेश्वर जी की चलविग्रह डोली गौंडार पहुंची, 19 नंवंबर रांसी, तथा 20 नवंबर को गिरीया प्रवास के बाद आज सोमवार 21 नवंबर को भगवान मद्महेश्वर जी की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंच गयी ।इस अवसर श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ को भब्य रूप से सजाया गया तथा बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन मद्महेश्वर मेले में पहुंचे । आज के दिन मुख्य रूप से मद्महेश्वर मेला भी आयोजित हुआ। भगवान मद्महेश्वर जी की डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचने के अवसर पर मंदिर समिति तथा श्रद्धालुजनों द्वारा डोली का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य वरिष्ठ तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती, आशुतोष डिमरी रंजत सिंह राणा तथा उपजिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल पुजारी शिवशंकर लिंग, देवानंद गैरोला, मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, विपिन तिवारी, मृत्युंजय हीरेमठ, प्रेम सिंह रावत, नवीन शैव आदि मौजूद रहे। मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ मे भगवान मद्महेश्वर जी डोली पहुंचने के बाद शीतकालीन पूजाएं शुरू हो गयी। इस यात्रा वर्ष साढ़े सात हजार यात्री मद्महेश्वर धाम पहुंचे । जिनमें से 21 विदेशी भी पहुंचे हैं।