गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के खैनुरी गांव में माता-पिता का साया खोने के बाद अनाथ हुए बच्चों को मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत स्पांसरशिप योजना से जोड़कर लाभान्वित किया गया है। जिसमें दो बच्चों को प्रतिमाह चार-चार हजार की दर से कुल आठ हजार प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। आर्थिक सहायता इसी माह दिसम्बर से ही प्रदान की जाएगी।
विगत कुछ दिनों पूर्व ग्राम खैनुरी में माता पिता की मृत्यु के बाद 15 वर्ष की संजना, 13 वर्ष की साक्षी और 10 वर्ष का आयुष अनाथ हो गए थे। बच्चों के सामने जीवन निर्वाह का संकट खड़ा हो गया था। सोशल मीडिया के माध्यम से यह मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आया। जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम राजस्व की टीम ने गांव में जाकर पड़ताल की और बच्चों के भरण-पोषण के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई। इसके अतिरिक्त तहसील से बच्चों के सभी आवश्यक प्रमाण पत्र भी बनवाए गए। इसके बाद जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से संचालित मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत बच्चों को स्पांसरशिप स्कीम से जोडे जाने के निर्देश दिए गए थे। जिसके क्रम में बच्चों को स्पांसरशिप स्कीम से जोडा गया है। जिसमें दो बच्चों को चार-चार हजार प्रतिमाह की दर से आठ हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। माह दिसम्बर से बच्चों को आर्थिक सहायता का लाभ प्रदान किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि आगे भी बच्चों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।