रुद्रपुर : उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में सनसनीखेज मामला सामने आया है। 6 शादियां करने के बाद एक महिला यहां के व्यक्ति के घर में रह रही थी। जहां 2 महीने बिताने के बाद उनके घर से 3 महीने के बच्चे का अपहरण कर कोलकाता में बेचने ले जा रही थी। पुलिस ने अंदेशा जताया है कि, यह महिला एक शातिर किस्म की संदिग्ध बांग्लादेशी महिला है। जो अंतरराष्ट्रीय बच्चा चोर गिरोह की सदस्य हो सकती है। फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जांच में जुटी है। साथ ही आईबी को भी इसकी जानकारी दी जायेगी।जानकारी के अनुसार, 02 अगस्त 2022 को ग्राम सतुईया निवासी प्रेम चन्द्र पुत्र विरेन्द्र लाल ने थाना पुलभट्टा पर तहरीर देकर बताया कि, उसके 3 माह के नवजात पुत्र प्रतीक का नैना उर्फ ज्योति नाम की महिला ने अपहरण कर लिया है। अपहृत नवजात के पिता की तहरीर के आधार पर थाने में एफआईआर सं. 104/22 धारा 363 आईपीसी बनाम ज्योति उर्फ नैना पंजीकृत किया गया।
कई लोगों से शादी कर उनके साथ ठगी कर फरार हो जाती महिला
पुलिस द्वारा गठित टीमों ने सुरागरसी पतारसी व सीसीटीवी फुटेज चैक करने पर उक्त महिला ज्योति उर्फ नैना के सम्बन्ध में जानकारी की गई तो महिला मूल रूप से बंगाल या बांग्लादेश की होना पाया गया। जिसने सामने आया कि, वह महिला किच्छा के आसपास कई लोगों से शादी कर चुकी है और उनके साथ ठगी कर फरार हो जाती है। इसी क्रम में जानकारी करते हुये ज्ञात हुआ कि सूरज नाम का व्यक्ति जो बहेड़ी का रहने वाला है और तन्दूर का काम करता है। पहले पुलभट्टा व किच्छा में होटलों में काम कर चुका है। ज्योति उर्फ नैना का सूरज के पास जाना ज्ञात हुआ और सूरज का वर्तमान में बुलन्दशहर में रहना प्रकाश में आया।
अपहृत बच्चे के साथ दोनों गिरफ्तार
जिस पर पुलिस टीमों ने जानकारी जुटाते हुए सूरज पुत्र भगवानस्वरुप, निवासी ग्राम राजनगला थाना बहेड़ी जिला बरेली और नैना उर्फ ज्योति पत्नी सूरज को अपहृत बालक प्रतीक के साथ गिरफ्तार किया।
पहली शादी बिहार के व्यक्ति से हुई
पूछताछ के दौरान नैना ने बताया कि, वह मूलरूप से बांग्लादेश की रहने वाली है, जो अपने मामा के घर ग्राम पानीखली, मजदिया, थाना धंतला, जिला नादिया, पश्चिम बंगाल में रहती थी। जिसकी पहली शादी बिहार के रहने वाले चेतु नाम के व्यक्ति से हुयी थी। जिसे छोड़कर लगभग 01 वर्ष बाद यह अपने घर आ गयी।
दूसरी शादी बहेड़ी के व्यक्ति से की
फिर शिवचरण निवासी पृथ्वीपुर, थाना बहेड़ी नाम के ट्रक ड्राइवर व पश्चिम बंगाल की रहने वाली उसकी पत्नी सुनीता ने ज्योति की शादी डोरीलाल पुत्र मिश्रीलाल निवासी ग्राम पृथ्वीपुर, थाना बहेड़ी से करा दी, जिससे इसके तीन बच्चे हैं।
तीसरी शादी भंगा के व्यक्ति से की
करीब 10-12 साल डोरीलाल के साथ रहने के बाद ज्योति उर्फ नैना घर से फरार हो गयी। महेश पुत्र रमेश चन्द्र निवासी ग्राम भंगा के साथ शादी कर ली।
चौथी शादी पुलभट्टा के व्यक्ति से की
लगभग 03 साल महेश के साथ रहने के बाद ज्योति ने सावेज पुत्र बबलू खाँ निवासी ग्राम भंगा, थाना पुलभट्टा के साथ शादी कर ली।
पांचवीं शादी मुस्लिम बनकर किच्छा के व्यक्ति से की
करीब 01 वर्ष इसके साथ रहने के पश्चात उक्त ज्योति ने अपना नाम बदलकर हिना रख लिया और मुस्लिम महिला बनकर जुल्फिकार उर्फ गुड्डू पुत्र मतलूब निवासी किच्छा के साथ शादी कर ली।
छठवीं शादी बरेली के व्यक्ति से की
करीब 01 वर्ष इसके साथ रहने के पश्चात उक्त महिला ने सूरज पुत्र भगवानस्वरूप निवासी ग्राम राजूनगला, थाना बहेड़ी, जनपद बरेली के साथ शादी कर ली।
वर्तमान में सतुईया निवासी के घर रहने लगी
लगभग 03 वर्ष से सूरज के साथ अनूपनगर में रही और लगभग 3 माह पहले अनूपशहर से किच्छा आ गई और सतुईया निवासी उमेश के घर रहने लगी। उमेश के भाई प्रेम चन्द के 03 माह के बालक प्रतीक को चोरी करने की नीयत से उसके परिवार वालों से घुलना-मिलना शुरू किया और बच्चे को अपने साथ कभी-कभी खिलाने के बहाने से रखने लगी, जिससे बच्चा उसके साथ अच्छी तरह घुल मिल ले। जैसे ही प्रतीक इसके साथ घुलने मिलने लगा तो यह बातें ज्योति ने अपने पति सूरज को बतायी और मोबाइल फोन से वीडियो कॉल करके उक्त बच्चे को अपने पति सूरज को दिखाया और दोनों ने बालक प्रतीक को चोरी करने की योजना बनाई।
बच्चे का अपहरण कर कोलकाता में बेचने की थी तैयारी
02 अगस्त को समय करीब 03.30 बजे प्रतीक को उसकी माँ से खिलाने के बहाने रोज की भाँति लेकर टुकटुक में बैठाकर बच्चे को अपहरण कर ले गयी और सूरज को फोन पर बिलासपुर पहुंचने को कहा। जिसपर सूरज अनूपशहर से बिलासपुर तक आया और ज्योति बच्चे को लेकर बिलासपुर तक गयी, जहाँ इसे सूरज मिल गया। फिर यह दोनों अपहृत बालक प्रतीक को लेकर अनूप शहर सूरज के किराये के कमरे पर पहुंच गई। जहाँ से उक्त बालक को कोलकाता ले जाकर उचित दाम में किसी जरूरतमंद को बेचने की तैयारी कर रही थी।
पुलिस ने बताया कि, उक्त महिला नैना उर्फ ज्योति एक शातिर किस्म की संदिग्ध बांग्लादेशी महिला है। जो अंतरराष्ट्रीय बच्चा चोर गिरोह की सदस्य हो सकती है। जिस के संबंध में जानकारी की जा रही है। जिसके द्वारा अपने पति सूरज के साथ मिलकर षडयन्त्र रचकर योजनाबद्ध तरीके से बच्चे को उठाकर कुछ समय पालने के पश्चात बेचने के उद्देश्य से नाबालिग बच्चे को व्यप्रत कर दुर्व्यापार के मकसद से उठाकर ले जाने का जघन्य अपराध कारित किया गया है। दोनों अभियुक्तों को धारा 363/370(4)/120(बी) आईपीसी के अन्तर्गत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
उक्त गिरफ्तारी व 03 माह के बालक की 24 घण्टे में सकुशल बरामदगी से स्थानीय जनता ने पुलिस टीम की भूरी-भूरी प्रशंसा की और एसएसपी ने पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 5,000 रुपये नगद पुरुस्कार की घोषणा की।