posted on : जनवरी 3, 2025 3:23 अपराह्न
ऋषिकेश /देहरादून : उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सौजन्य से पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश के विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राओं ने शैक्षिक भ्रमण किया। इस शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं ने देहरादून स्थित आंचलिक विज्ञान केंद्र (विज्ञान धाम) व वन अनुसंधान संस्थान (FRI) का शैक्षणिक भ्रमण किया।
विज्ञान धाम में छात्र-छात्राओं ने विज्ञान पार्क में डायनासोर पार्क, वैज्ञानिक नियमों पर आधारित बाहरी इंटरैक्टिव प्रदर्शनियाँ और तारामंडल व आरएससी भवन में फन साइंस गैलरी, हिमालय गैलरी, फ्रंटियर्स ऑफ़ टेक्नोलॉजी गैलरी, इनोवेशन हब, 3डी थिएटर, प्रदर्शनी हॉल, लाइब्रेरी देखी व जानी । विज्ञान पार्क में वैज्ञानिक नियमों पर आधारित इंटरैक्टिव बाहरी प्रदर्शनियों की कुछ आकर्षक विशेषताएँ जैसे ग्रेविटी चेयर, व्हिस्परिंग गार्डन, म्यूजिकल बार, सिम्पैथेटिक स्विंग, बर्डिंग केज, इको ट्यूब और पर्सपेक्टिव हाउस आदि और तारामंडल का अवलोकन किया। इसके अलावा बुद्धिमान सामग्री, परमाणु ऊर्जा उत्पादन में नया चलन, क्लाउड कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स और कार्बन नैनो-ट्यूब और ग्राफेंस आदि आरएससी भवन के आंतरिक प्रदर्शनों की कुछ आकर्षक विशेषताएं देखी। हिमालय गैलरी में आकर्षक प्रदर्शनों के माध्यम से हिमालय के भूविज्ञान, भूगोल, पर्यटन, संस्कृति और पारंपरिक ज्ञान प्रणाली से संबंधित लगभग हर विषय को देखा व जाना। इसमें “पवित्र अमरनाथ गुफा” की प्रतिकृति भी देखी। इसके बर्फ उन्होंने इनोवेशन हब लैब देखा जोकि एक बहु-विषयक प्रयोगशाला है जो मध्यम श्रेणी के औजारों और वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित है।
यह सुविधा छात्र-छात्राओं के दिमागों द्वारा रचनात्मकता और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए स्थापित की गई है। इस दौरान उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौघोगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के महानिदेशक प्रो, दुर्गेश पंत ने छात्रों को अपना बहुमूल्य समय प्रदान किया एवं उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को अपना आशीर्वाद प्रदान किया एवं व संयुक्त निदेशक डॉ. डीपी उनियाल ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए यूकॉस्ट की भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया।
इसके पश्चात सभी छात्र-छात्राओं ने फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट, देहरादून का भ्रमण किया, जहां सभी छात्रों ने वन विकास, वन संरक्षण, वन प्रबंधन, वन अनुसंधान, वन संग्रहालय, सामाजिक वानिकी, पैथोलॉजी, सिल्वीकल्चर, लकड़ी व गैर-लकड़ी वन उत्पाद और कीट विज्ञान पर आधारित संग्रहालयों का अवलोकन किया व अग्रणी वन अनुसंधान और शिक्षा बारे में विस्तृत से जाना ।
इस अवसर पर पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश के विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि ऐसे शैक्षिक भ्रमण छात्रों के लिए अति आवश्यक है। इनसे छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है । परिसर के निदेशक प्रो. एमएस रावत ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ता है और जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है. शैक्षिक भ्रमण से छात्रों में टीमवर्क, नेतृत्व और पारस्परिक कौशल का विकास होता है ।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शैक्षिक भ्रमण से छात्रों को शिक्षकों और सहपाठियों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने का मौका मिलता है व शैक्षिक भ्रमण से छात्रों का समग्र शैक्षणिक प्रदर्शन सुधरता है, छात्रों का व्यक्तिगत विकास होता है, इससे छात्र छात्रों का चौमुखी विकास होता है इसके लिए विज्ञान संकाय के डीन प्रो ढींगरा व अन्य की बधाई के पात्र हैं। इस मौके पर शालिनी कोटियाल, सफिया हसन, निशांत भाटला व विज्ञान संकाय के 35 छात्र छात्राओं ने इस शैक्षणिक भ्रमण में प्रतिभाग किया।