posted on : जुलाई 28, 2021 8:08 अपराह्न
कोटद्वार । कोटद्वार सहित आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम से रूक रूक कर हो रही बारिश के कारण पनियाली गदेरा अपने उफान पर है। ऐसे में गदेरे के आसपास रहने वाले लोगों को आपदा का डर सता रहा है।घाड़ क्षेत्र के जंगलों से आने वाला पनियाली गदेरा कोटद्वार नगर क्षेत्र के करीब तीन किलोमीटर हिस्से में शहर के बीच से होकर गुजरता है। प्रत्येक वर्ष बरसात के दौरान यह गदेरा कहर बरपाता है। बीते मंगलवार से हो रही बारिश के कारण एक बार फिर पनियाली गदेरा उफान पर आ गया, जिससे गदेरे से सटे आवासों में रहने वाले लोगों में दहशत छा गई। बता दें कि अवैध अतिक्रमण के कारण गदेरा पूरी तरह सिकुड़ चुका है। ऐसे में बरसात के पानी को निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाती। नतीजा क्षेत्र में बाढ़ का अंदेशा बना रहता है।
पिछले तीन वर्षो में कई लोग गदेरे की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके हैं। आमपड़ाव निवासी चंद्रमोहन कुमार, लक्ष्मण सिंह, बलवंत, यशोदा देवी आदि का कहना है कि शासन द्वारा कहा गया था कि गदेरे के कारण प्रतिवर्ष हो रहे जान माल के नुकसान को रोकने के लिए गदेरे को जंगल के भीतर से ही सुखरो नदी की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। जनता ने भी सरकार पर भरोसा जताया। इतना समय बीत गया लेकिन आज भी पनियाली गदेरा बरसात में आमजन की सांसों को थाम देता है।
एसडीएम योगेश मेहरा का कहना है कि बरसात को लेकर एसडीआरएफ व सिंचाई विभाग के साथ योजना बनाई गई है। यदि अधिक बारिश होती है तो पनियाली गदेरे के आसपास बने मकानों को खाली करवाया जाएगा। अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
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