गोपेश्वर (चमोली)। कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान को पहुंची पर्यवेक्षक एआईसीसी व उत्तर प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए है, विकास कार्यों में एक दूसरे के लिए पराए हो जाते है। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आराधना मिश्रा ने कहा कि जॉर्ज एवरेस्ट पार्क आंवटन घोटाला उत्तराखंड में सबसे बड़ा घोटाला है। मसूरी स्थित जॉर्ज एवरेस्ट की बेशकीमती जमीन बाबा रामदेव के सहयोगी व व्यावसायिक साझेदार बालकृष्ण को मात्र 1 करोड़ की लीज पर 15 साल के लिए देना किसी के गले नहीं उतर पा रहा है। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर सबसे पहला अधिकारी उत्तराखंड के लोगों का अधिकार है। ऐसा नहीं किया जाता तो यहां सरकारी प्रतिष्ठान खोले जा सकते थे। उन्होंने कहा कि इस मामले को उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। टेंडर प्रक्रिया पूरे मामले पर सवाल खडा करती है।
उत्तराखंड की दैवीय आपदा पर भी उन्होंने केंद्रीय पैकेज को नाकाफी बताया। कहा कि इस आपदा में 5 हजार करोड़ से अधिक के नुकसान का आकलन किया गया है। प्रधानमंत्री ने मात्र 1200 करोड़ के पैकेज का ही एलान किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए 10 हजार करोड़ का पैकेज दिया जाना चाहिए। उन्होंनें आपदा पीड़ितों के साथ भी भेदभाव का आरोप लगाया। कहा कि पार्टीगत आधार पर ही प्रभावितों को राहत सहायता दी जा रही है। राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए आराधना मिश्रा न कहा कि राज्य में बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई हैं। अंकिता भंडारी के परिजनों को न्याय नहीं मिला है। भाजपा से जुड़े लोग ही यौन शोषण के मामलों में संलिप्त पाए जा रहे है। इसलिए इस प्रकरण पर एसआइटी की जांच बैठाई जानी चाहिए। भू-कानून तथा मूल निवास पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए। चारधाम यात्रा पर उन्होंने कहा कि यहां की आर्थिकी को कुचल कर रख दिया गया है।
कांग्रेस पर मित्र विपक्ष के आरोपों को सिरे खारिज करते हुए उनका कहना था कि ऐसा कुछ नहीं है। कांग्रेस जनसरोकारों से जुड़े सवालों को लेकर लगातार सड़कों पर है। यह अलग बात है कि विधान सभा जैसे सत्र में कांग्रेस विधायकों को बोलने का अवसर नहीं दिया जा रहा है। पंचायत चुनाव में सरकार ने सत्ता के बल पर सदस्यों को अपने पाले में डाल दिया। कांग्रेस संगठन सृजन अभियान पर उन्होंने कहा कि ब्लॉक, विधान सभा तथा जनपद स्तर पर रायसुमारी के बाद ही जिलाध्यक्ष का चयन होगा। चमोली जिले में ही जिलाध्यक्ष के लिए 25 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किए हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति कांग्रेस के लिए सुखद है। जिलाध्यक्ष के लिए तत्काल पैनल तैयार किया जाएगा। वर्ष 2027 में होने जा रहे विधान सभा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जबाव में आराधना मिश्रा ने कहा कि इसके लिए ही कांग्रेस संगठन सृजन अभियान चलाया जा रहा है।
इस दौरान पीसीसी पर्यवेक्षक व पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष राजेन्द्र भंडारी, जखोली के पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला, थराली के पूर्व विधायक डॉ जीतराम, जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी आदि मौजूद रहे।


