कोटद्वार : अशीषम् फाउंडेशन बना आर्थिक रूप से कमजोर दिहाड़ी मजदूरों का सहारा 400 से अधिक परिवारों तक पहुँचायी राहत सामग्री और ये सिलसिला लॉकडाउन तक जारी रहेगा।
जहाँ एक ओर COVID19 महामारी ने सम्पूर्ण विश्व में हाहाकार मचाया हुआ है जिसके कारण लॉकडाउन जैसी स्थिती में सबसे ज्यादा प्रभावित दिहाड़ी मजदूरों, आर्थिक रूप से कमजोर लोग है जिनके ऊपर अपनी रोजी रोटी का संकट गहरा गया है. वही हमारे बीच कुछ संस्थायें ऐसी भी है जिन्होंने इस महामारी के दौर में किसी को भी भूखा न रखने की कसम खायी हुई है ऐसे ही कुछ लोगो में एक नाम है आशीषम् फाउंडेशन संस्था जिसके संस्थापक है आशीष जदली जो विगत 05 वर्षों से संस्था के माध्यम से सामाजिक कार्यो से जुड़े हुए है और उनकी संस्था द्वारा समय समय पर जरूरतमंद परिवारों को मदद की जाती रही है .
आशीष जदली द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय मे COVID19 महामारी के चलते उनकी संस्था आशीषम् फाउंडेशन के सदस्य अपनी सेल्फ फंडिंग से लॉक डाउन के पहले दिन से ही ऐसे लोगो को जो आर्थिक रूप से समर्थ नहीं है, उन सभी को खाद्य सामग्री वितरित कर रहे है। अब तक करीब 400 ऐसे परिवारों को जो डेली दिहाड़ी मजदूरी, या ऐसे ही किसी रोजगार से जुड़े थे जो लॉक डाउन की वजह से बंद हो गए है, उन परिवारों को जरूरी खाद्य सामग्री का वितरण किया जा चुका है और ये क्रम आगे भी जारी है.
आशीष जदली का कहना है कि जब तक इस महामारी से निजात न मिल जाये और सामान्य स्थिति न हो जाये संस्था द्वारा किये जा रहे पुनीत कार्य मे संस्था का सहयोग पार्षद मीनाक्षी कोटनाला, सोनिया आनंद रावत, हिमांशु अग्रवाल, भास्कर बौठियाल, दमयंती रावत, मोनिका नेगी, विपिन कोटनाला आदि लोगो का विशेष सहयोग रहा है.
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