रविवार, मई 25, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
25th मई 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

प्राइवेट स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर, ज्ञान का अद्भुत संसार, पुस्तकालय व्यवस्था बनी मिसाल

शेयर करें !
posted on : मई 25, 2025 4:20 अपराह्न

मंगलौर/हरिद्वार : राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर, बच्चों के लिए ज्ञान और कल्पना का एक अद्भुत संसार बन गया है। विद्यालय में सुव्यवस्थित पुस्तकालय और रीडिंग कॉर्नर बच्चों को न केवल पढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी पंख लगा रहे हैं। 2016 में शुरू हुए इस पुस्तकालय ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है।

आपको बताते चले राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर के प्रधानाध्यापक रोबिन सिंह एवं विद्यालय में सहायक अध्यापिका अंजना ध्यानी की मेहनत से आज जनपद हरिद्वार में विद्यालय अपने आप में एक आदर्श बना हुआ हैं । विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका अंजना ध्यानी के द्वारा नित नई नई एक्टिविटी कराकर बच्चों को पढ़ाने के साथ ही बच्चों को मौलिक एवं नैतिक ज्ञान के साथ खेल- कूद से लेकर शिक्षा तक हर क्षेत्र में उनकी प्रतिभा निखार रहीं है।

राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर में शिक्षिका अंजना ध्यानी बच्चों के लिए एक आदर्श बन चुकी हैं। अपनी समर्पित भावना और अभिनव शिक्षण विधियों के चलते उन्होंने विद्यालय के वातावरण को पूरी तरह से बदल दिया है। खेल-कूद, शिक्षा, एक्टिविटी, और अन्य गतिविधियों के माध्यम से अंजना ध्यानी बच्चों की प्रतिभा को निखारने में दिन-रात जुटी हुई हैं। अंजना ध्यानी का मानना है कि शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए। बच्चों का समग्र विकास जरूरी है, जिसमें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास शामिल है। इसी सोच के साथ वे विद्यालय में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करती रहती हैं।

पुस्तकों का विशाल संग्रह

पुस्तकालय में किताबों का एक विशाल संग्रह है, जो बच्चों के लिए ज्ञान का खजाना है। रूम टू रीड द्वारा 1000 से अधिक, शिक्षा विभाग द्वारा 500 से अधिक, और अन्य स्रोतों से 1500 से अधिक पुस्तकें यहां उपलब्ध हैं। प्रथम पब्लिकेशन और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के योगदान ने भी इस पुस्तकालय को समृद्ध बनाया है। कुल मिलाकर, पुस्तकालय में 3000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं, जो बच्चों को विभिन्न विषयों पर जानकारी प्राप्त करने और अपनी कल्पना को उड़ान देने में मदद करती हैं। प्रत्येक कक्षा में रीडिंग कॉर्नर स्थापित किए गए हैं, जहाँ पुस्तकों के शीर्षक और कवर स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं, जिससे बच्चों को अपनी पसंद की पुस्तकें चुनने में आसानी होती है। सभी पुस्तकों का विवरण पुस्तक पंजिका में दर्ज किया गया है, जो पुस्तकालय के सुचारू संचालन में सहायक है।

आकर्षक वातावरण

पुस्तकालय का भौतिक वातावरण बच्चों को आकर्षित करता है। फर्श पर टाइल्स लगी हैं और बैठने के लिए कृत्रिम घास का उपयोग किया गया है, जिससे बच्चे आराम से बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं। पुस्तकें बच्चों की पहुंच में हैं, और सभी अलमारियां उनकी ऊंचाई के अनुसार व्यवस्थित की गई हैं। रीडिंग कॉर्नर में भी पुस्तकें बच्चों के अनुसार सजाई गई हैं, जो उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।

प्रेरणादायक गतिविधियाँ

पुस्तकालय और रीडिंग कॉर्नर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। पुस्तकालय के बाहर “स्टार रीडर सेल्फी कॉर्नर” बनाया गया है, जो बच्चों को अधिक पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। महीने में सबसे अधिक पुस्तकें पढ़ने वाले बच्चों को “स्टार रीडर” का पुरस्कार दिया जाता है। बच्चों द्वारा लिखी गई कहानियों को दीवार पत्रिका के रूप में पुस्तकालय की दीवारों पर प्रदर्शित किया जाता है, जिसे समय-समय पर बदला जाता है। यह वातावरण प्रिंट-रिच बनाने में मदद करता है और बच्चों में रचनात्मकता का विकास करता है।

सुव्यवस्थित पुस्तक लेनदेन

बच्चे पुस्तकालय से पुस्तकें घर ले जा सकते हैं। पुस्तकें 15 दिनों के लिए इशू की जाती हैं, और उनका विवरण पुस्तक लेनदेन पंजिका में दर्ज होता है। बच्चे अपनी किताबें पढ़ने के बाद अन्य बच्चों से भी पुस्तकें उधार ले सकते हैं, लेकिन उनकी जिम्मेदारी स्वयं की होती है। पुस्तकें वापस करने पर भी पंजिका में एंट्री की जाती है। रीडिंग मॉनिटर रीडिंग कॉर्नर के संचालन के लिए जिम्मेदार होते हैं और वे स्वयंसेवक होते हैं, जो पुस्तकों की व्यवस्था और रखरखाव देखते हैं।

सीएलएमसी का गठन

पुस्तक लेनदेन के लिए सीएलएमसी (CLMC) का गठन किया गया है, जिसमें प्रत्येक कक्षा के दो बच्चे सदस्य होते हैं। ये सदस्य पुस्तकों की इशू और वापसी प्रक्रिया में पंजिका भरने का कार्य करते हैं। पुस्तक इशू अध्यापक की निगरानी में होती है, लेकिन वापसी का कार्य सीएलएमसी सदस्य ही संभालते हैं।

समय सारणी और पठन गतिविधियाँ

पुस्तकालय और रीडिंग कॉर्नर के संचालन के लिए एक समय सारणी बनाई गई है, जो पुस्तकालय की दीवार पर प्रदर्शित की गई है। शिक्षक द्वारा पुस्तकालय और रीडिंग कॉर्नर में समूह पठन, जोड़ों में पठन और स्वतंत्र पठन जैसी गतिविधियां कराई जाती हैं। इन गतिविधियों के बाद बुकमार्क बनाना, पुस्तक समीक्षा, कहानी लेखन, दीवार पत्रिका के लिए लेख लिखना, पपेट बनाना, स्टोरी टेलिंग और रोल प्ले जैसी रचनात्मक गतिविधियां भी कराई जाती हैं।

अभिभावकों की सहभागिता

पुस्तकालय का लाभ एमसी अभिभावक भी उठा सकते हैं। बच्चों द्वारा घर ले जाई गई पुस्तकें उनकी माताएं सुनती हैं, जिससे वे भी पुस्तक पढ़ने में रुचि दिखाती हैं। इस प्रकार, विद्यालय की पुस्तकें बच्चों के माध्यम से उनके परिवारों तक पहुंचती हैं, जिससे परिवार के अन्य सदस्य भी लाभान्वित होते हैं। शिक्षिका अंजना ध्यानी ने विद्यालय को समुदाय से जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे अभिभावकों और स्थानीय लोगों को विद्यालय के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित करती हैं, जिससे विद्यालय और समुदाय के बीच बेहतर संबंध स्थापित हुए हैं।

शिक्षा को बनाया रोचक

सहायक अध्यापिका अंजना ध्यानी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर में शिक्षा को बच्चों के लिए रोचक और मनोरंजक बना दिया है। वे कहानियों, नाटकों और अन्य गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को पढ़ाती हैं, जिससे उन्हें सीखने में मजा आता है। इसके परिणामस्वरूप, बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ी है और वे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

एक्टिविटी और रचनात्मकता को प्रोत्साहन

प्रधानाध्यापक रोबिन सिंह एवं शिक्षिका अंजना ध्यानी बच्चों को एक्टिविटी और रचनात्मक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। वे बच्चों को चित्रकला, हस्तकला, संगीत और नृत्य जैसी विभिन्न कलाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करती हैं, जिससे उनकी रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का विकास होता है।

प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर में बच्चों के शिक्षा स्तर और व्यक्तित्व विकास में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उनके समर्पण और लगन की हर तरफ सराहना हो रही है और वे अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गई हैं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर का पुस्तकालय बच्चों के लिए ज्ञान, मनोरंजन और रचनात्मकता का एक अनूठा केंद्र बन गया है, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण है।

क्या कहते हैं अधिकारी हैं 

मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार केके गुप्ता ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर में तैनात शिक्षक – शिक्षिकाओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बहुत अच्छा कार्य किया हैं । विद्यालय की FLN गतिविधियाँ बहुत अच्छी हैं साथ ही शिक्षकों के द्वारा तैयार किया गया TLM भी बहुत अच्छा हैं । विद्यालय में बच्चों द्वारा की जा रही एक्टिविटी भी सराहनीय हैं साथ ही विद्यालय के छात्र – छात्राओं द्वारा सृजनात्मक गतिविधियाँ भी की जा रहीं हैं । विद्यालय में तैनात शिक्षकों द्वारा गाँव के इतिहास को बच्चों को बताया जा रहा हैं और इसके साथ ही उसकों संकलित भी किया जा रहा हैं जो अपने आप में एक अच्छी पहल एवं सराहनीय कार्य हैं । मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार केके गुप्ता ने  कहा कि निश्चित रूप से यह राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर अन्य विद्यालयों के लिए भी अनुकरणीय हैं ।

 

1 of 21
- +
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/05/Adventure-Ad-05-02-25.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/03/VID-20250313-WA0019.mp4

हाल के पोस्ट

  • दून लाइब्रेरी में हिमांतर प्रकाशन का पुस्तक लोकार्पण और सम्मान समारोह
  • दुर्गम केदार यात्रा की सुगमता का रहस्य : यात्रा के स्नायु तंत्र पीआरडी जवानों की विशेष देखभाल
  • प्राइवेट स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर, ज्ञान का अद्भुत संसार, पुस्तकालय व्यवस्था बनी मिसाल
  • एसडीएम हरिगिरी ने वाट्सएप ग्रुप में बदनाम करने का आरोप लगाते हुए भेजा क़ानूनी नोटिस, यह हैं पूरा मामला …………..
  • बेहतरीन शिक्षा से होता है बच्चों का भविष्य उज्ज्वल – बुटोला
  • पीएमजीएसवाई बाधित सड़कों यथाशीघ्र सुचारू करें – डीएम संदीप तिवारी
  • शिक्षा में गुणात्मक सुधार को शैक्षिक गोष्ठी
  • मुख्यमंत्री के योगदान से शहर से गावं तक विस्तृत रूप लेता डीएम सविन बंसल का प्रोजेक्ट नंदा-सुनंदा, लगभग 12 लाख की धनराशि से अब तक 38 बालिकाओं की शिक्षा पुनर्जीवित
  • श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में संस्कृत भाषा में भी लिखी जाएंगी नाम पट्टिकाएं, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में बनेगा मंत्र चिकित्सा केन्द्र
  • उत्तराखण्ड सूचना कर्मचारी संघ की नई कार्यकारिणी का हुआ गठन, कैलाश रावत बने अध्यक्ष, अंकित कुमार बने महामंत्री
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.