

भराडीसैण (चमोली)। सोमवार को बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों समेत कार्यकर्ताओं ने सड़क से लेकर सदन तक सरकार को मंहगाई, जोशीमठ आपदा मामले, पेपर लीक मामले, अंकिता हत्याकांड, बेराजगारी, गीष्मकालीन राजधानी, गैरसैंण जिला समेत अनेक मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास किया। इसके लिए उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण से पूर्व कांग्रेस विधायकों ने विधान सभा भवन की सीढ़ियों पर बैठकर धरना दिया। धरने पर बैठे कांग्रेस विधायकों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने तथा सदन में राज्यपाल के पहुंचने से पूर्व तक नारेबाजी करते रहे और फिर सदन में चले गए।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक सत्र प्रारंभ होने से पूर्व सरकार के विरोध में नारेबाजी के बीच विधानसभा के गेट तक पहुंचे। इस दौरान उन्होंनें जोरदार नारेबाजी और सरकार पर जमकर हमला बोला, कांग्रेस विधायकों ने हाथों तख्तियां लेकर सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने के नारे लगाये। कांग्रेसी विधायकों का कहना था कि सरकार जोशीमठ आपदा में पुनर्वास और मुआवजे को लेकर पूरी तरह फेल हो गई है। प्रदेश में भर्ती परीक्षा के हर पेपर लीक हो रहे हैं इसमें भाजपा नेताओं का नाम शामिल हुए हैं, लिहाजा भर्ती परीक्षा घोाटाले की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की देखरेख में सीबीआई से करानी चाहिए लेकिन सकरार सीबीआई जांच से भाग रही है। गरीब जनता मंहगाई के बोझ तले दब गई, रसोई गैस के दाम आसमान छूने लगे है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। ऐसे में सरकार को नैतिकता के आधार पर सत्ता में बने रहने का हक नहीं है।
मांगों को लेकर कांग्रेसी विधायकों ने जमकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की सदन के अंदर जा रहे मुख्यमंत्री जब अभिभाषण के लिए राज्यपाल को लेने बाहर आए तो इस दौरान उन्होंने कांग्रेसी विधायकों को सदन में शामिल होने का अनुरोध किया। विधायक इन मांगों को लेकर सरकार को निशाने पर लेते रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ नारेजबारी की। इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह, धारचूला विधायक हरीश धामी, हरिद्धार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत, खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, सहित कांग्रेस के अन्य विधायक मौजूद थे।


