गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी की अध्यक्षता में मंगलवार को समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत जिला बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड एवं चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से संचालित कार्यो की समीक्षा बैठक हुईं। जिसमें बाल संरक्षण योजना का लाभ जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि अनाथ और पीडित किसी भी बच्चे का प्रमाण पत्र बनाने में समस्या आ रही हो तो तत्काल संज्ञान में लाया जाए। ताकि तहसील स्तर से उसका त्वरित निराकरण किया जा सके। जिला बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड एवं चाइल्ड हेल्पलाइन के अंतर्गत अब तक किए गए कार्यो की सराहना करते हुए जिलाधिकारी ने आगे भी पीड़ित एवं अनाथ बच्चों त्वरित राहत एवं मदद पहुंचाने पर जोर दिया। बैठक में जिलाधिकारी ने मानसिक रोग से पीड़ित एक बच्चे को उपचार के लिए देहरादून ले जाने और वहां रहने की समस्या का समाधान भी किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश भी दिए।
चाइल्ड हेल्पलाइन की परियोजना समन्वयक रजनी भंडारी ने बताया कि जनपद में अब तक 208 पीड़ित एवं अनाथ बच्चों के मामले दर्ज किए गए है, जिसमें से 190 बच्चों को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जा चुका है और 18 बच्चों के प्रकरण अभी प्रक्रिया में है। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी धनंजय लिंगवाल, जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा हेमलता भट्ट, सदस्य राजेन्द्र सिंह नेगी, पान सिंह रावत, ऊषा रावत, किशोर न्याय बोर्ड के एडवोकेट बलवीर सिंह राणा, बाल संरक्षण इकाई के सह विधि अधिकारी प्रदीप सिंह, चाइल्ड हेल्पलाइन की परियोजना समन्वयक रजनी भंडारी आदि मौजूद थे।