posted on : जनवरी 20, 2023 3:31 अपराह्न
कोटद्वार । जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने तहसील कोटद्वार तथा राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोरी राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। तहसील के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न अभिलेखों का अवलोकन किया। कार्यों में आधा अधूरी रिपोर्ट व सही जानकारी न देने पर वरिष्ठ सहायक का स्पष्टीकरण तलब किया तथा नायब नाजिर को चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री सहायता राशि के चेक तत्काल वितरण करने व सही रिपोर्ट अभिलेख में दर्ज करें ।जिलाधिकारी ने तहसील निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी न्यायालय, तहसीलदार न्यायालय, मुख्यमंत्री सहायता राशि पंजिका, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंजिका सहित अन्य का अवलोकन किया। उन्होंने उपजिलाधिकारी व तहसीलदार को न्यायालय में लंबित प्रकरणों को तत्काल निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों का रख रखाव सही रूप से रखें।
जिलाधिकारी ने तहसीलदार को दाखिल खारिज सम्बंधित मामलों को समय पर निस्तारण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने तहसील परिसर में साफ-सफाई तथा परिसर में बने शौचालय को ठीक करने को कहा। कहा कि लोगों की समस्याओं का तत्काल निस्तारण करें, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी तथा संबंधित अधिकारी को तत्काल समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिलाधिकारी ने राजकीय संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण कार्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां समस्त कमरों, विद्युत, पेयजल सहित अन्य का अवलोकन किया। उन्होंने निरंतर रूप से पेयजल सप्लाई हेतु संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश।
उन्होंने निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता लोनिवि को महिला नशा मुक्ति केंद्र भवन बनाए जाने हेतु डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने भवन के चारों ओर चारदीवारी को भी बेहतर बनाने को कहा। जिलाधिकारी ने राजकीय संप्रेक्षण गृह में स्टाफ के लिए ठहरने की व्यवस्था, रसोईघर सहित अन्य को भी बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, तहसीलदार विकास अवस्थी, जिला कार्यक्रम अधिकारी जितेंद्र कुमार, मुख्य प्रोबेशन अधिकारी मोहित चौधरी, सहायक प्रोबेशन अधिकारी अंजना गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।