बागेश्वर : जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने रविवार को मोस्टगांव, रवाईखाल में धनुली देवी दान सिंह परिहार लर्निंग एंड एक्टिविटी सेंटर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने सेंटर के संचालक के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे क्षेत्र के बच्चों के लिए अत्यंत लाभकारी पहल बताया।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी भटगांई ने कहा कि यह सेंटर न केवल बच्चों को स्किल प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ने का भी सुनहरा अवसर मिलेगा। उन्होंने इस प्रयास को सराहनीय बताते हुए कहा कि यह बच्चों के मानसिक विकास और व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जिलाधिकारी ने आगे कहा कि स्कूली शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियां भी बच्चों के समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं और यह केंद्र उन सभी गतिविधियों का लाभ बच्चों तक पहुंचाने में सहायक होगा। उन्होंने क्षेत्र के अभिभावकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपने बच्चों को इस केंद्र से जोड़ें।
जिलाधिकारी भटगांई ने सेंटर के संचालक के प्रयासों को दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों के लिए एक वरदान बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में इस प्रकार के प्रयास बच्चों को आगे बढ़ने में निश्चित रूप से मदद करेंगे। मोस्टगांव रवाईखाल स्थित इस सेंटर में बच्चों को खेल-खेल में सीखने के साथ-साथ उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से भी परिचित कराया जाएगा।
सेंटर में पुस्तकालय और विभिन्न प्रकार की खेलकूद गतिविधियों की व्यवस्था की गई है, जिससे बच्चों के कौशल का विकास हो सकेगा। इसके अतिरिक्त, बच्चों को डिजिटल माध्यम और कला एवं शिल्प के द्वारा भी हुनर प्रदान किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने खेल और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश्वरी मेहता, सेंटर के संचालक शिवेंद्र परिहार, भावना पांडे और क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।


