नई दिल्ली : बुराई पर अच्छाई का प्रतीक पर दहशरा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रावण को तीर मारा और उसका दहन शुरू हो गया। दिल्ली में लालकिला स्थित माधव पार्क में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ का पूतला धू-धूकर जल गया। माधव दास पार्क में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पहुंचकर रामलीला मंच पर शाम को भगवान राम और लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले कलाकारों के माथे पर तिलक लगाया। लाल किला मैदान में राष्ट्रपति और पीएम के आगमन से लाल किला मैदान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर केवल उन्हीं वाहनों का प्रवेश पार्किंग परिसर में जाने दिया जा रहा है, जिनके लिए विशेष पास जारी किए गए हैं।
लाल किला के पीछे रिंग रोड, हनुमान सेतु, और नेताजी सुभाष मार्ग समेत विशिष्ठ अतिथियों के आगमन से यातायात बाधित है। समितियों ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वह सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से लाल किला में रामलीला मैदानों में पहुंचे। वहीं, निगम की टीम ने विशेष फॉगिंग अभियान चलाकर मच्छररोधी गतिविधियां की।
100 फुट से भी ज्यादा ऊंचे पुतले
100 से लेकर 120 फुट ऊंचे पुतले रामलीला मैदानों में खड़े किए गए। पुतलों को डिजिटली आतिशबाजी के जरिए जलाया जाएगा। पर्यावरण के मद्देनजर इसके लिए पटाखों की आवाज पुतला दहन के दौरान निकलेगी। बाक्स कहीं, चाट पकौड़ी तो कही डिजीटल आवाज से कुंभकरण को जगाने का प्रयास दशहरे से पूर्व रामलीलाएं समापन की ओर बढ़ रही है।