कोटद्वार / गढ़वाल : गढ़वाल के द्वार कहे जाने वाले कोटद्वार में उज्जवला सामाजिक संस्था के द्वारा देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को साकार करती नजर आ रही है. उज्जवला सामाजिक संस्था के द्वारा प्रधानमन्त्री मोदी के सपनों को साकार करने की बात में चाहे योग से निरोग की बात हो या फिर आत्मनिर्भर भारत को लेकर तत्पर है. उत्तराखंड सरकार में श्रम मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के विशेष सहयोग से श्रम विभाग की योजनाओ के द्वारा महिलाओ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने वाले इस कार्य का श्रेय डॉ. हरक सिंह रावत को दिया जाए तो यह भी कहना गलत नही होगा.
इस समय समूचा विश्व कोविड-19 के कहर से जूझ रहा है. कोरोना के योद्धा इस जंग में पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं, जिसमें महिलाएं भी पीछे नहीं हैं. जो घर परिवार देखने के साथ ही कोरोना से भी जंग लड़ रही हैं. उनके हौंसले और जज्बे को सलाम. पुरुषो के साथ ही महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना से जंग में डटी हुई हैं.
महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ा कदम
लॉकडाउन के समय में जब सभी कहीं न कहीं आर्थिक रूप से कमजोर हुए हैं, और घर की महिलाओं के लिए चूल्हा चलाना भी मुश्किल हो गया था ऐसे समय में उज्जवला सामाजिक संस्था ने यह सोचा कि क्यों ना घर पर रहकर ही ऐसी जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार देने का प्रयास किया जाए।
उज्जवला सामाजिक संस्था की अध्यक्ष रश्मि सिंह ने महिलाओं के हुनर को तराश कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का प्रयास किया है। संस्था इन महिलाओं को घर पर रहकर ही रोजगार मुहैया करा रही है जिससे यह महिलाएं भी अपने घर की जरूरी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें संस्था के द्वारा कई महिलाओं को सबल बनाकर रोजगार दिया जा रहा है। संस्था की महिलाओं द्वारा बनाए गयी इन वस्तुओं को खरीद कर आप भी इन महिलाओं के हुनर की सराहना कर सकते हैं तथा उन्हें सहयोग दे सकते हैं।
कोरोना काल में आर्थिक संकट का जरिया बन रही है रश्मि सिंह की मुहिम
कोरोना संकट के समय लोगो की आर्थिक स्थिति भी कमजोर हुई है जिसमे देश के प्रधानमन्त्री ने भी देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही है जिसको लेकर उज्जवला सामाजिक संस्था की अध्यक्ष रश्मि सिंह ने कोटद्वार की महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है. उज्जवला सामाजिक संस्था की अध्यक्ष रश्मि सिंह ने महिलाओ को स्वरोजगार से जोड़कर उनको आर्थिक स्थिति को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है.
महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रश्मि सिंह के द्वारा उनके हुनर को तराश कर उनको स्वरोजगार से जोड़ा है. महिलाओ को स्वरोजगार से जोड़ने की इस मुहिम ने महिलाओ की आर्थिक स्थिति तो सुधर ही रही है इसके साथ वह अपना खुद का रोजगार कर रही है. रश्मि की इस मुहिम से प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का सपना साकार होता नजर आ रही है.
रश्मि सिंह का दिया 21 दिन का योगा चैलेन्ज भी रहा था सफल
कोरोना संक्रमण में लोगो को मानसिक तनाव से बचाने के लिए और उनके कोरोना संक्रमण में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए उज्जवला सामाजिक संस्था की अध्यक्ष रश्मि सिंह ने एक मुहिम चलाई थी. जिसमे 21 दिन का योगा चैलेन्ज दिया गया था सभी को जिससे 01 जून से 21 जून तक अभियान चलाया गया. जिसमे लोगो ने बढ़चढ़ कर भाग लिया. और जो कोटद्वार के साथ साथ अन्य शहरो एवं देहात क्षेत्र में भी काफी सफल रहा है. रश्मि बताती है कि इस चैलेंज के बाद योग लोगो की दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन गया है और लोग योग के द्वारा अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे है.
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