पटना। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (एसजेएमसी) द्वारा शनिवार को ‘पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (पीआरओ) की भूमिका और जिम्मेदारियां’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विदित हो कि एसजेएमसी में हर सप्ताह शनिवार को विशेष व्याख्यान आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता डॉ. अजय कुमार सिंह, सहायक निदेशक सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, एससी-एसटी कल्याण विभाग एवं कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार उपस्थित रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों को पीआर क्षेत्र से संबंधित विस्तृत जानकारी दी और इसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला जैसे जनसंपर्क का किसी भी संस्थान में क्या महत्व होता है तथा सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में जनसंपर्क का कार्यक्षेत्र किस प्रकार का होता है।
डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि पीआरओ का कार्य सिर्फ सूचना का संचार करना नहीं है बल्कि अपने संगठन की सार्वजनिक छवि का निर्माण, संकट प्रबंधन और संस्थान की प्रतिष्ठा की सुरक्षा करना भी उसकी जिम्मेदारियों में शामिल है। डॉ. सिंह ने मीडिया से संवाद के महत्व और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में संगठन की छवि बनाए रखने की रणनीतियों पर भी विस्तार से चर्चा की। साथ ही यह भी बताया कि इस क्षेत्र में नियुक्ति कैसे होती है तथा इससे संबंधित परीक्षा की तैयारी किस प्रकार करना उचित है।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. मनीषा प्रकाश, सहायक प्राध्यापक सह प्रभारी, स्कूल ऑफ जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। स्वागत भाषण में उन्होंने आयोजन के महत्व पर बल देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के व्यावसायिक विकास के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से इस प्रकार के आयोजनों में भाग लेकर अपने ज्ञान को बढ़ाने का आग्रह किया।
इस व्याख्यान में पत्रकारिता और जनसंचार के सभी सत्रों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। व्याख्यान के अंत में विद्यार्थियों ने मुख्य वक्ता से सवाल पूछे जिनका विस्तार से उत्तर देकर उनके शंकाओं का समाधान किया गया। विद्यार्थियों ने व्याख्यान को अत्यधिक ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया जिससे उन्हें पीआरओ की भूमिका और जिम्मेदारियों को गहराई से समझने का अवसर मिला। यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ जिसमें उन्हें पीआरओ के कार्य क्षेत्र के बारे में न केवल सैद्धांतिक जानकारी मिली बल्कि वास्तविक अनुभवों से भी रूबरू होने का मौका मिला।
कार्यक्रम के सह-संयोजक डॉ. संदीप कुमार दुबे ने समापन पर धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि जनसंपर्क का क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए जनसंपर्क के क्षेत्र के व्यवहारिक पहलू और आने वाली चुनौतियों से निपटने का तरीका सिखाने में इस तरह के व्याख्यान उपयोगी साबित होते हैं। कार्यक्रम का संचालन एमए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा मानसी ने किया। इस दौरान विभाग के शिक्षक डॉ. संदीप कुमार, पूर्व विद्यार्थी ओमप्रकाश, वर्तमान विद्यार्थी दिवाकर, श्रुतिधर, प्रभाष, श्रद्धा, अंजली, अमीषा, सुशांत, निशांत, आदित्य, फैयाज आलम, नितेश आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आयोजन में विभाग के अर्जुन ठाकुर, अमीश आनंद, संजीव, तुषार आदि कर्मचारियों का सहयोग रहा।