भारत देश में दहेज लेने और देने वाले दोनों ही पक्ष कानून की नजरों में गुन्हागार होते हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार कोशिशें की जाती है, लेकिन इसके बावजुद भी दहेज के लोभियों में कानून का कोई डर नहीं दिखाई देता। अकसर शादियों के मौसम में दहेज को लेकर कई मामले सामने आते हैं जहां लड़के वाले दहेज मांगते नजर आते है। लेकिन आज एक ऐसा मामला सामने आया है जहां खुद लड़की वालों ने दहेज देने में हद पार करदी है।
जी हां, हरियाणा के मेवात के बूबलहेडी में अबतक की सबसे महंगी कहेजाने वाली रोयल शादी की खबरें सामने आ रही हैं। जिसमें एक लड़की का पिता द्वारा अपनी बेटी की शादी में दहेज के नाम पर लड़के वालों को एक फोरचुनर, एक स्कॉर्पियो गाड़ी और एक स्पलेंडर मोटरसाइकिल दी है। मेवात बूबलहेडी की इस सबसे बड़ी शादी में पलवल के एसपी राजेश दुग्गल और पूर्व राज्य मंत्री रहीस खांन समेत सभी नेताओं के साथ पंच-सरपंचों ने हिस्सा लिया।
मेवात में जो नेता और समाजसेवी दहेज को रोकने की बात करते हैं, वहीं नेता और अपने आपको समाजसेवी बताने वाले लोग भी इस शादी में शामिल हुए, जबकी इन नेताओं और समाजसेवियों को ऐसी दहेज प्रथा को बढ़ावा देने वाली शादी का विरोध करना चाहिए।
सुत्रों के अनुसार मेवात की इस शाही शादी के दहेज में फोरचुनर, स्कॉर्पियो गाड़ी और मोटरसाइकिल के साथ ढाई किलो सोना और 52 लाख रुपए की नगदी प्रदान की है, वहीं इसके साथ बारातियों को 52 मोटरसाईकिल देने की बात भी सामने आ रही हैं। जिसमें लड़के वालों की तरफ से लड़की वालों को एक सिलेरियो गाड़ी दी गई है।
मेवात में सैकड़ों बेटियां दहेज प्रथा के चलते मौत का शिकार हुई हैं, न जानें कितने लोग ऐसे हैं जिनको वक्त पर खाना भी नसीब नहीं होता, और वो इस मंहगाई के जमाने में कैसे अपनी बेटी को दहेज दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि जितना खर्च इस शादी में हुआ है इतने खर्चे से सैकड़ों गरीब परिवारों में शादी हो सकती थी।
आखिर ऐसे ही मेवात में दहेज प्रथा को बढ़ावा दिया जाएगा तो कभी भी दहेज प्रथा खत्म नहीं होगी। मेवात नूंह जिले की इस शादी में लड़का पक्ष गांव बीसरु से सब इंस्पेक्टर खुर्शीद अहमद के बेटे मोहम्मद कैफ इंजीनियर की बारात पिंनगवा कस्बे के गांव बूबलहेडी में जब्बार खांन की बेटी रुकसार बानो के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के साथ बड़ी धूम धाम के साथ की गई। जिसमें बारात की चढ़ाई में लड़का भी हाथी पर बैठकर बूबलहेडी पहुंचा।