-आठ किमी पैदल चलकर पहुंचे कंथोली बुग्याल
कर्णप्रयाग (चमोली)। चमोली जिले के कर्णप्रयाग विकासखंड के कंथोली बुग्याल में शुक्रवार को कनखुल और आसपास के ग्रामीणों ने ईष्ट नाखल देवता की पूजा अर्चना की। इस दौरान वैदिक मंत्रोचार और जागरों की प्रस्तुति पर देवताओं के पश्वा अवतरित हुए और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। मान्यता बारिश कम होने पर ग्रामीण पुरातन काल से नाखल देवता की पूजा कर सुख समृद्धि की मनौती करते हैं।
कनखुल के पूर्व प्रधान भगवान कंडवाल ने बताया कि शुक्रवार को कनखुल सहित आस पास के गांवों के ग्रामीण जिठाईं देवी के मंदिर में एकत्र हुए। जहां बाजे भंकोरों के साथ कैंथोली बुग्याल स्थित नाखल देवता के मंदिर पहुंचे। कंडवाल ने बताया कि इस बार करीब डेढ़ दशक बाद ग्रामीण इस आयोजन को कर रहे हैं। बताया कि क्षेत्र में मान्यता है कि जब फसलों के लिए अपेक्षाकृत कम बारिश होती तो ग्रामीण नाखल देवता की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की मनौती करते हैं। इस दौरान पंडित देवी प्रसाद बरमोला ने वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना की तो महिलाओं ने देवताओं के जागर गाए। जागरों और ढोल भंकोरों की ध्वनि पर अवतरित हुए पश्वाओं ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर हरि सिंह तोपाल, महावीर सिंह, सूरवीर सिंह, सुरेंद्र कंडवाल, मनबर सिंह सहित अन्य ग्रामीण और महिला मंगल दल के पदाधिकारी मौजूद थे।
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