posted on : जून 3, 2024 8:03 अपराह्न
देहरादून : उत्तराखंड सहकारिता विभाग इस महीने 21, 22 और 23 जून को डिस्ट्रिक्ट को-ओपरेटिव बैंकों में विभिन्न पदों के लिए आईबीपीएस परीक्षा आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। रजिस्ट्रार सहकारिता आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि, यह आगामी परीक्षा कुल 233 पदों के लिए आयोजित की जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में प्रतिभागी भाग लेंगे। परीक्षा में 21,782 प्रदेश के युवाओं के भाग लेने की उम्मीद है। परीक्षा के सुचारू संचालन की सुविधा के लिए, आईबीपीएस ने विभिन्न शहरों में विभिन्न परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं। ये केंद्र देहरादून, हल्द्वानी, रुड़की, लखनऊ, मेरठ और नई दिल्ली में स्थित हैं। इन स्थानों पर परीक्षा आईबीपीएस परीक्षा करायेगा। इस परीक्षा में प्रदेश के युवाओं को शामिल किया गया है।
पांच कैटेगिरी के लिए परीक्षा का समय
- क्लर्क/ कैशियर ( ग्रुप- 3 ) कुल 162 पद के लिए 14392 लोगों ने आवेदन किया है। इसकी परीक्षा 22 जून 2024 को इवनिंग शिफ्ट में 4.30 पीएम से 6.30 पीएम
- जूनियर ब्रांच मैनेजर (ग्रुप – 2) 54 पदों के लिए 5777 लोगों ने आवेदन किया है। इसकी परीक्षा 22 जून को सेकेंड शिफ्ट 12.30 पीएम से 2.30 पीएम
- सीनियर ब्रांच मैनेजर (ग्रुप- 1 ) 9 पदों के लिए 1202 लोगों ने आवेदन किया है। इसकी परीक्षा 22 जून को इवनिंग शिफ्ट में 4.30 पीएम से 6.30 पीएम पर होगी।
- असिस्टेंड मैनेजर के 06 पदों के लिए 277 लोगों ने आवेदन किया है। इन पदों की परीक्षा 23 जून को आफ्टरनून 3.00 पीएम 5.00 पीएम को होगी।
- मैनेजर के 2 पदों के लिए 134 लोगों ने आवेदन किया है। 21 जून को परीक्षा होगी। प्रथम शिफ्ट 8.30 पीएम से 10.30 पीएम ।
6 परीक्षा केंद्र बनाये गए हैं
- देहरादून
- हल्द्वानी
- रुड़की
- मेरठ
- लखनऊ
- नई दिल्ली।
सहकारिता मंत्री डॉ. रावत को-ओपरेटिव बैंकों में क्लर्क, मैनेजर की परीक्षा दोबारा आईबीपीएस के माध्यम से करा रहे हैं!
उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) के माध्यम से को-ओपरेटिव बैंकों के लिए क्लर्क और प्रबंधकों की भर्ती करने का निर्णय दूसरी बार चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और उत्कृष्टता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डॉ. रावत ने इस बात पर जोर दिया है कि पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षा आयोजित करना उनका प्राथमिक लक्ष्य है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में इन आवश्यक भूमिकाओं में सेवा करने के लिए सबसे योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाए।
आईबीपीएस के माध्यम से परीक्षा आयोजित करके, डॉ. रावत यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और योग्यता आधारित हो। यह दृष्टिकोण न केवल चयन प्रक्रिया की विश्वसनीयता को बढ़ाता है, बल्कि उम्मीदवारों और आम जनता में विश्वास और भरोसा भी पैदा करता है।
डॉ रावत ने बताया कि, को-ओपरेटिव बैंकों की सफलता को आगे बढ़ाने और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के समग्र विकास में योगदान देने के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान और ईमानदारी वाले व्यक्तियों का चयन करना अनिवार्य है। उत्तराखंड में को-ओपरेटिव बैंकों के लिए एक उच्च मानक स्थापित कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वे योग्य और सक्षम पेशेवरों के साथ काम करें। यह पहल निस्संदेह राज्य में सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के विकास और सफलता में योगदान देगी।