जोशीमठ / चमोली । चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब की यात्रा अब जल्द ही सुगम और सरल हो जाएगी। यहां केंद्र सरकार की ओर से 764 करोड़ की लागत से 12.6 किलोमीटर की रोपवे के निर्माण का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। एनएचएलएमएल (नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड) के अनुसार रोपवे निर्माण का सर्वे कार्य पूर्ण करने के बाद अब निर्माण की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर डिजाइन तैयार किया जा रहा है।
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से चमोली के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों को यात्री सुविधा उपलब्ध कराने क लिये रोपवे निर्माण की योजना तैयार की गई है। अभी तक यहां तीर्थयात्रियों को गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 19 किलोमीटर की पैदल दूरी नापकर जाना पड़ता है। पैदल दूरी अधिक होने चले जहां बुर्जुग और बच्चों को यात्रा में खासी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। वहीं सामान्य तीर्थयात्रियों को भी यात्रा पूर्ण करने में दो दिन का समय लगता है। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर प्रस्तावित गोविंदघाट-हेमकुं साहिब रोपवे योजना का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण होने से लोगों में उत्साह बना हुआ है।
क्या कहते है अधिकारी
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p style=”text-align: justify;”>पर्यटन सचिव उत्तराखंड शासन दिलीप जावलकर ने बताया कि गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब रोपवे योजना के लिये सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। निर्माण कार्य की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही रोपवे का डिजाइन भी अंतिम चरण में है। सब कुछ योजना के अनुरुप चला तो जल्द ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा।


