posted on : नवम्बर 21, 2023 4:40 अपराह्न
कोटद्वार । उत्तराखण्ड राज्य को नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा नदी जल प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगभग 135 करोड रूपए की लागत परियोजना को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की 52 वीं कार्यकारी समिति की बैठक में सैद्धान्तिक स्वीकृति मिली है। इस स्वीकृति को लेकर कोटद्वार विधायक एवं उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने केंद्रीय और प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।
कहा कि कोटद्वार को नमामि गंगे के माध्यम से एक सौ पैंतीस करोड़ रुपए दिए गए हैं । हमारी खो नदी में जो नाले गिरते हैं उनको टैप करने के लिए और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए उन्होंने कहा कि वे आभार और धन्यवाद व्यक्त करना चाहती है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट मंत्री भारत सरकार गजेंद्र सिंह शेखावत और साथ ही साथ मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार का जिनके वजह से आज हमारे कोटद्वार को ये एक सौ पैंतीस करोड़ की सौगात मिली है । कहा कि कोटद्वार के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बहुत आवश्यक था और इसके लिए पिछले डेढ़ साल से वे दिल्ली में लगी हुई थी साथ ही उन्होंने बताया कि वे केंद्रीय मंत्री को भी मिली और डीजी को भी दो तीन बार इस संबंध में मिली ओर अनगिनत चिट्ठियां लिखी।
उन्होंने इस सौगात के लिए केंद्र सरकार और उत्तराखंड सरकार का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। स्वीकृत परियोजना में उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र के कोटद्वार शहर में बहने वाली खोह नदी में गिरने वाले 9 नालों को टैप करने एवं 21 एमएलडी सीवेज शोधन संयंत्र के निर्माण की स्वीकृति हेतु सहमति लागत- लगभग 135 करोड़ प्रदान की गई है। खोह नदी कोटद्वार नगर से बहते हुये रामगंगा नदी में मिलती है, जोकि आगे चलकर गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है। परियोजना के निर्माण से खोह एवं रामगंगा नदी के पारिस्थितिकी तंत्र में तो सुधार होगा ही साथ ही साथ गंगा नदी में दूषित जल का प्रवाह रूकेगा । इतनी बड़ी सौगात मिलने पर कोटद्वार वासियों ने भी विधानसभा अध्यक्ष के साथ साथ और केंद्र और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया ।