जोशीमठ /चमोली : जोशीमठ स्थित पौराणिक नृसिंह मंदिर में भगवान नृसिंह का प्रकटोत्सव धूमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में विशेष पूजा अर्चना सहित यज्ञ हवन का आयोजन हुआ। नृसिंह मंदिर जोशीमठ में शनिवार को नृसिंह जयंती का पर्व धूमधाम से मनाया गया। यँहा बीकेटीसी और देवपूजाई समिति की ओर से भगवान नृसिंह की विशेष पूजा-अर्चना कर यज्ञ अनुष्ठान का आयोजन किया गया। शनिवार को मन्दिर में सुबह से ही भगवान नृसिंह की विशेष पूजाएं कि गयी। अनुष्ठान के दौरान यहां ब्राह्मणों द्वारा भगवान नृसिंह का अभिषेक कर नृसिंग पाठ किया गया। वहीं दूसरी ओर मंदिर परिसर में आयोजित यज्ञ के दौरान वेद मंत्रों के साथ आहूतियां देकर पूजा अर्चना की गई।
भगवान नृसिंह से सभी के सुख समृद्धि की कामना की गयी। राज्य सभा सांसद एवं भाजपा पूर्व संगठन मंत्री नरेश बंसल ने भी शनिवार को नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच कर दर्शन किये। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने उनका स्वागत किया तथा अंगवस्त्र तथा प्रसाद भेंट किया। इस दौरान मौके पर यहां बदरीनाथ धाम के दर्शन कर लौट रहे राज्य सभा सांसद और भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री नरेश बंसल ने भगवान नृसिंह के दर्शन विभिन्न पूजाओं में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि दो वर्षों बाद शुरु हुई यात्रा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ और केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। जो भविष्य के लिये बेहतर संकेत हैं। उन्होंने मंदिर समिति की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया।
इस अवसर पर राज्य सभा सांसद ने कहा कि वह श्री नृसिंह बदरी भगवान के दर्शन से अविभूत है। मंदिर समिति की ओर से यात्रा व्यवस्थायें बेहतर की गयी है। इस बार प्रदेश में श्री बदरीनाथ- केदारनाथ सहित चारों धामो में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ी है जो कि शुभ संकेत है। वह भगवान श्री नृसिंह से प्रार्थना करते है कि तीर्थयात्रा निष्कंटक गतिमान बनी। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि शुक्रवार को सासंद नरेश बंशल बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंचे थे। शनिवार को उन्होंने जोशीमठ में नृसिंह जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जयंती के अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ऋषिप्रसाद सती, देवपुजाई समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नंबूदरी, श्री नृसिंह मंदिर पुजारी संजय डिमरी,, श्री नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरूवाण, भूपेंद्र राणा, रामप्रसाद थपलियाल, कैलाश भट्ट आदि मौजूद थे। श्री नृसिंह जयंती के दौरान श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया।


