posted on : सितम्बर 9, 2021 3:16 अपराह्न
लैंसडाउन । छावनी क्षेत्र लैंसडाउन में दो मंजिला पार्किंग का प्रस्ताव धरातल पर उतरता नजर नहीं आ रहा है। 2017 में करीब चार साल पूर्व राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्थानीय विधायक महंत दलीप सिंह रावत की मांग पर लैंसडाउन में दो मंजिला पार्किंग के लिए 3 करोड रुपए आवंटित करने की घोषणा की थी। जिसमे विधायक दलीप रावत के प्रयासों से धनराशि भी आवंटित हो गई। जिसमें शासन की ओर से छावनी परिषद को पार्किंग स्थल के लिए जमीन उपलब्ध करने को कहा गया था। जिस पर छावनी परिषद द्वारा सूबेदार मोहल्ले में चिल्ड्रेन पार्क की जगह पार्किंग बनाने को मंजूरी दी थी। लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण और पार्किंग के लिए दूसरा स्थान उपलब्ध कराने की मांग से प्रस्ताव धरातल पर नहीं उतरा। बुधवार को सर्वे के लिए पहुंची कार्यदाई संस्था पेयजल निगम के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के गुस्से को झेलना पड़ा। स्थानीय लोगों ने चिल्ड्रेन पार्क की जगह पार्किंग निर्माण का विरोध जताते हुए अधिकारियों को निर्माण स्थल से वापस लौटा दिया।
जैसे ही बुधवार को पेयजल निगम की टीम ने लैंसडाउन पहुंचकर प्रस्तावित पार्किंग स्थल की पैमाईश शुरू की तो स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए।उन्होंने चिल्ड्रन पार्क वाली जगह पर पार्किंग बनाने का विरोध शुरू कर दिया। जनविरोध और आक्रोश को देखते हुए कार्यदाई संस्था को पैमाईश और सर्वे कार्य रोकना पड़ा। पार्किंग निर्माण के लिए पहली किस्त के रूप में 1 करोड़ 48 लाख रुपए की धनराशि पेयजल संस्थान को शासन की ओर से आवंटित हुई थी।जिस पर पेयजल निगम द्वारा निविदा भी आमंत्रित की जा चुकी हैं। पार्किंग स्थल का विरोध कर रहे लोगों में कर्नल वाई एस रावत, गंभीर सिंह रावत, अनूप कन्नोजिया, प्रशांत नेगी, गंगा जुयाल,रोशन शाह, भावना वर्मा, उमा रावत आदि का कहना है कि चिल्ड्रेन पार्क को तोड़कर पार्किंग निर्माण करना अनुचित है । इस सम्बन्ध में समर विजय सिंह राणा ,एई छावनी परिषद लैंसडाउन ने बताया कि छावनी परिषद की ओर से शासन को अभी तक अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं दिया गया है । वहीं अरविंद सुंडली, सहायक अभियंता पेयजल निगम पौड़ी ने बताया कि शासन की ओर से पार्किंग के लिए 1 करोड़ 54 लाख रुपए की धनराशि की मंजूरी दी गई है। प्रस्तावित डीपीआर में भूतल पर 19 वाहनों और प्रथम तल पर 20 वाहनों की पार्किंग होनी है। जिसके तहत निर्माण कार्य शुरू किया जाना हैं ।