- STF उत्तराखण्ड कार्यालय में पुलिस अधिकारियों को सिखाये नारकोटिक्स एवं ड्रग्स के मामलो में कार्यवाही के गुण
देहरादून : STF उत्तराखण्ड कार्यालय में एक सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रभारी STF उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने उत्तराखण्ड पुलिस को अवैध नारकोटिक्स एंव ड्रग्स की बरामदगी के प्रकरणों में पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाही के बारे मे विस्तार से चर्चा की गयी । आयोजित सेमीनार में उत्तराखण्ड राज्य के समस्त जनपदों के पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया । जिसमें नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने पुलिस को नारकोटिक औषधियाँ एवं स्वापक पदार्थ अधिनियम के बारे में बताया तथा नारकोटिक्स के मामलो में पुलिस द्वारा आवश्यक रुप से की जाने वाली बारिकियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी । सेमीनार में सहायक निदेशक NCB देहरादून देवानन्द, इन्टेलिजेन्स ऑफिसर्स दिल्ली जोन कपिल, इन्टेलिजेन्स ऑफिसर लीगल सेल NCB दिल्ली प्रदीप सिंह व कनिष्ठ इन्टेलिजेन्स ऑफिसर NCB देहरादून आशु शर्मा द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस को नारकोटिक्स के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा नारकोटिक्स पदार्थों की बरामदगी के समय/ न्यायालय में गवाही/पहचान के समय आने वाले परेशानियों के बारे में प्रश्न पूछे गये ।
सेमीनार में विभिन्न मामलो में केस स्टडीज, राष्ट्रीय तथा अन्तराष्ट्रीय मामलों में पुलिस प्रकिया, नारकोटिक्स के सम्बन्ध में विभिन्न राज्यो के उच्च न्यायालयों एंव उच्चतम न्यायलय द्वारा दिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों एंव रुलिंग के बारे में NCB के अधिकारियों द्वारा बताया गया तथा साथ ही पुलिस कार्यवाही तथा ऐसे मामलो में विवेचना की गुणवत्ता में सुधार लाये जाने हेतु विभिन्न विषयों पर गुर दिये गये । जनपद पुलिस द्वारा STF द्वारा इस प्रकार के ज्ञानवर्धक कार्यक्रम / सेमीनार आयोजित कराये जाने पर प्रसन्नता व आभार व्यक्त करते हुये बताया कि उन्हें इसका लाभ पुलिस कार्यवाही के दौरान मिलेगा ।
प्रभारी STF उत्तराखण्ड द्वारा बताया कि STF उत्तराखण्ड राज्य में पुलिस के आधुनिकीकरण हेतु इस प्रकार के लगातार आयोजन कर रही है जिसमें प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाईन/ ऑफलाईन माध्यम से नये नये कानूनो एंव आपराधियों द्वारा प्रयोग की जा रही नई-नई तकनीकों के बारे में पुलिस को अवगत कराया जा रहा है । आज के इस सेमीनार से नारकोटिक्स एंव ड्रग्स के मामलो में कार्यवाही हेतु पुलिस के ज्ञान में बढोत्तरी होगी तथा पुलिस की कार्यप्रणाली में भी अपेक्षाकृत सुधार हो सकेगा तथा विवेचनाधिकारी भी माननीय न्यायायलयों में पुलिस का पक्ष अधिक बेहतर रुप से रख सकेगें । जिससे नारकोटिक्स के मामलो में अपराधियों को सजा मिलने का ग्राफ भी बेहतर हो सकेगा । पूर्व में भी एनसीबी के साथ एक समन्वय बैठक की गई थी | इस प्रकार राज्य पुलिस एवं एनसीबी मिलकर नशे के विरुद्ध अभियान तथा कार्य में गुणवत्ता लाएगी |


