पोखरी (चमोली)। चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के गुलियाला एवीएम इंटर कालेज के वार्षिकोत्सव समारोह के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि पूर्व काबिना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि शिक्षक समाज का दपर्ण होता है। इसके चलते ही शिक्षक छात्र-छात्राओं की दशा और दिशा निर्धारित करते है। एवीएम इंटर कालेज एडवांस वैली मार्डन स्कूल गुनियाला के तीन दिवसीय दिवसीय वार्षिकोत्सव समारोह के दूसरे दिन के कार्यक्रमों के शुभारंभ मौके पर बतौर मुख्य अतिथि भंडारी ने कहा कि छात्रों को शिक्षकों की बदौलत अपने बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर होना चाहिए। उनका कहना था कि मौजूदा प्रतिस्पर्धा के दौर में छात्रों के सामने चुनौतियां बढ़ी है। शिक्षकों के बल पर ही इन चुनौतियां से छात्र आसानी से पार होकर अपने भविष्य का निर्धारण कर सकेंगे।
जिला पंचायत चमोली की प्रशासक रजनी भंडारी ने कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार की नींव शिक्षकों द्वारा ही डाली जाती है। उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखनी होगी। इससे ही छात्रों के भविष्य की राह बेहतर बन सकेगी। कालेज के प्रबंधक श्रवण सती ने कहा कि बच्चों के भविष्य के निर्माण में अभिभावकों और गुरुजनों का विशेष योगदान होता है ।
इस अवसर पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में कालेज के छात्र-छात्राओं के प्रदेश की मैरिट सूची में प्रथम से लेकर पांचवें स्थान पर जगह बनाने पर सभी लोगों ने छात्रों की हौसला अफजाई की। छात्र छात्राओं ने सरस्वती वंदना मां सरस्वती शारदे, स्वागत गीत सांसों की सरगम आये शुभ स्वागतम्…… की प्रस्तुति देकर अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान नंदा राजजात की शानदार झांकी निकाली गई। इसके तहत नंदा तेरी जात कैलाश जौली सजी धजी, राधा कैसे न जले, तीलू रौतेली पर समूह गान पेश किए गए। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य कुंदन सिंह नेगी, डीसीबी के पूर्व चेयरमैन सत्येन्द्र सिंह नेगी, बीरेंद्र सिंह भण्डारी, अनूप रावत, सन्तोष चौधरी, ब्यापार मंडल अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह राणा, एडवोकेट विनोद कुमार, संतू नेगी, दिगम्बर बर्त्वाल, नगर पंचायत पार्षद गिरीश किमोठी, प्रबल रावत, राजेन्द्र असवाल, रवि राणा, राजेन्द्र नेगी, करण नेगी, शिवांगी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य सत्येंद्र बुटोला, सुखदेव कुमार, रामकृष्ण नेगी, नीलम रावत, सरिता रावत, संतोषी राणा, राजेश सती, पूजा गोदियाल समेत तमाम लोग मौजूद रहे। संचालन मदन मोहन डिमरी ने किया।


