कोटद्वार । समग्र शिक्षा योजना के तहत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के अभिभावकों के लिए एक दिवसीय परामर्श जागरूकता एवं वातावरण निर्माण शिविर का आयोजन बीआरसी सुखरौ में सोमवार को किया गया ।
शिविर का शुभारंभ करते हुए उप शिक्षा अधिकारी अभिषेक शुक्ला ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम में 6 से 18 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों की शिक्षा हेतु किए गए विशेष प्रावधानों विद्यालयों तक बाधा रहित पहुंच हेतु शिक्षा विभाग द्वारा किए गए प्रयासों जैसे दिव्यांग बच्चों की पहचान, नामांकन, स्वास्थ्य परीक्षण, उपकरण वितरण, गृह आधारित शिक्षण, एस्कॉर्ट/ ट्रांसपोर्ट की सुविधा, ब्रेल पुस्तकों की उपलब्धता, रैंप रेलिंग एवं मॉडिफाइड शौचालयों का निर्माण आदि की जानकारी अभिभावकों को दी । साथ ही ऐसे बच्चों के प्रति उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप संवेदनात्मक एवं भावनात्मक समाज के साथ विशिष्ट देखभाल की आवश्यकता पर जोर दिया ।
शिविर में दिव्यांग बच्चों हेतु समाज कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं जैसे दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाना, फ्री यात्रा पास बनाना, पेंशन एवं छात्रवृत्ति हेतु पात्रता, स्वास्थ्य जांच एवं इलाज जैसी सभी सुविधाओं की विस्तृत जानकारी अभिभावकों को दी गई एवं काउंसलिंग की गई । समावेशित शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत राफायल राइडर चैशायर इंटरनेशन सेंटर देहरादून से स्पेशल एजुकेटर अंबिका थपलियाल एवं सरिता ठाकुर ने संस्थान की ओर से संचालित कार्यक्रमों को अभिभावकों के साथ साझा किया । शिविर में सहायक समाज कल्याण अधिकारी राजकुमार जालवाल, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम दुगड्डा के टीम प्रभारी डॉ अजय रयाल, रश्मी नेगी, समावेशित शिक्षा की कार्यक्रम प्रभारी उमा बुडाकोटी, देवेंद्र कंडारी ,पुष्पा रावत, जयपाल सिंह भंडारी, सुरेंद्र सिंह, जयंती बिष्ट सहित कई दिव्यांग बच्चे एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे ।


