गोपेश्वर (चमोली)। सारा योजना के तहत चमोली जिले की आटागाड़ स्ट्रीमशैड योजना का अनुमोदन किया गया। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने अधिकारियों को सारा के तहत प्रस्ताव जल्द उपलब्ध कराने को कहा।
स्प्रिंग एंड रीवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (सारा) की बुधवार को बैठक आयोजित की गई। दौरान योजना के तहत जिले में जल संरक्षण के प्रस्तावित कार्यों की चर्चा की गई। डीएम तिवारी ने विभागीय के अधिकारियों से अपने-अपने विभागों के प्रस्ताव निर्धारित प्रारूप में जल्द देने को कहा। बैठक के दौरान जनपद की प्रस्तावित आटागाड़ स्ट्रीम शैड योजना का अनुमोदन किया गया।
जिलाधिकारी ने योजना के तहत जनपद में जल स्रोतों के संरक्षण के लिए तैयार किए गए प्रस्तावों की जानकारी लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर निर्धारित प्रारुप में अनुमोदित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संस्थान, पेयजल निगम और वन विभाग के अधिकारियों को जनपद के चयनित 63 क्रिटिकल स्प्रिंग और सोर्स के संरक्षण के लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित योजना से क्षेत्र के 17 गांवों के 1760 ग्रामीणों को पेयजल सुविधा और 9.03 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने अनुमोदित योजना को शीघ्र शासन में प्रेषित कर कार्रवाई करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में सारा योजना के जीआईएस एक्स्पर्ट कर्णवीर सिंह ने बताया कि जनपद में एक करोड़ से कम लागत की जल संरक्षण की स्प्रिंग कैटेगरी में सात, स्ट्रीम शैड कैटगरी में छह और एक करोड़ से अधिक लागत की मोथूगाड़, सूगी गदेरा और चंद्रभागा गदेरा की योजाएं स्ट्रीम शैड में जिला स्तर से अनुमोदित कर शासन को स्वीकृति के लिए भेजी गई है। बताया कि भगीरथ एप पर विभागों की ओर से चयनित 483 स्रोतों का उपचार किया जाना प्रस्तावित है। इसमें योजना के तहत प्रथम चरण में 220 क्रिटिकल स्रोतों के उपचार के लिए विभागों की ओर से योजनाएं तैयार की जा रही हैं।
बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह भाकुनी, एसडीओ जुगल किशोर, पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता राजेश सिंह, एई राहुल राय, मनीषा बिष्ट आदि मौजूद रहे।


