- तेज कार्रवाई का परिणाम: जिलाधिकारी के निरीक्षण के बाद 48 घंटे में अस्थाई पुल तैयार
- जनता को राहत: दो दिन में बनकर तैयार हुआ अस्थायी पुल
- जिलाधिकारी के निर्देशों का त्वरित असर, 48 घंटे में पुल निर्माण
- निरीक्षण के बाद विभागों की संयुक्त मेहनत से अस्थायी पुल हुआ तैयार
- आपदा के बीच राहत: 48 घंटे में बनकर तैयार हुआ पुल
टिहरी : उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में, जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल की त्वरित कार्रवाई और संबंधित विभागों की मुस्तैदी का परिणाम है कि महज 48 घंटे के भीतर एक महत्वपूर्ण अस्थाई पुल का निर्माण कर आवागमन को सुचारू कर दिया गया है। इस तेज कार्रवाई से स्थानीय जनता को बड़ी राहत मिली है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खण्डेलवाल ने बीते मंगलवार को तहसील घनसाली क्षेत्रांगत विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया था। इस दौरान, स्थानीय निवासियों ने जिलाधिकारी को पुल और रास्ते की गंभीर समस्याओं से अवगत कराया था, जिसमें विशेष रूप से गेंवली पुल की समस्या प्रमुख थी, जिसने आवागमन को बाधित कर रखा था।
समस्या की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल गेंवली पुल की समस्या का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। उनके आदेशों के क्रम में, संबंधित विभागों ने पूरी मुस्तैदी और सक्रियता दिखाते हुए मात्र 48 घंटे के रिकॉर्ड समय में अस्थायी पुल तैयार कर लिया। पुल के तैयार होते ही प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन फिर से सुचारू हो गया है, जिससे हजारों लोगों को बड़ी राहत मिली है।
आपको बताते चले कि उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खण्डेलवाल द्वारा बीते मंगलवार को तहसील घनसाली क्षेत्रांगत विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान स्थानीय निवासियों ने पुल और रास्ते की समस्या से जिलाधिकारी को अवगत कराया, जिसके उपरांत गेंवली पुल की समस्या का त्वरित समाधान किया गया। जिलाधिकारी के आदेशों के क्रम में संबंधित विभागों की सक्रियता से मात्र 48 घंटे में अस्थायी पुल तैयार कर आवागमन सुचारू कर दिया गया।


