posted on : सितम्बर 14, 2021 6:00 अपराह्न
कोटद्वार। महर्षि विद्या मंदिर बीईएल रोड में हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग कर पुनः भारत को सर्वश्रेष्ठ देशों में शुमार करने पर जोर दिया गया। साथ ही निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गर्व का विषय है कि हम हिंदी दिवस मना रहे हैं। मातृभाषा में अभिव्यक्ति से हमारे शरीर के साथ ही दूसरों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान में अंग्रेजी भाषा का प्रचलन जरूर बढ़ा है, लेकिन जरूरत इस बात की है कि हमारी अंग्रेजी भाषा से ज्यादा हिंदी भाषा अच्छी होनी चाहिए। कहा कि विश्व के विकसित देश जो विज्ञान और टेक्नेलॉजी में हमसे कई आगे है वहां की तकनीकी शिक्षा स्वयं की भाषा में होती है। वर्तमान में भारत में भी सरकारी और गैर सरकारी कार्य हिंदी में होने लगे हैं। हिंदी भाषा का अधिकाधिक प्रयोग कर ही हम पुनः भारत को सर्वश्रेष्ठ देशों में शुमार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जहां पूरे विश्व ने घुटने टेक दिए, वहीं भारत ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपेक्षा से अधिक कार्य कर कोरोना को हराया।
प्रधानाचार्य रवींद्र सिंह गुसांई ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। यह विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली विश्व की चौथी भाषा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी हम इसी तरह हिंदी भाषा को आगे बढ़ाने में योगदान देते रहेंगे। विद्यालय की हिंदी प्रवक्ता सोनिया पटवाल, सृष्टि नेगी, स्मृति नेगी ने हिंदी दिवस पर विस्तार से प्रकाश डाला। स्मृति कुलाश्री ने हिंदी में कविता पाठ किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने निबंध प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।इससे पूर्व बच्चों ने सरस्वती वंदना, स्वागत गान और गढ़वाली गीत पर नृत्य की प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता भुवनेश खर्कवाल,मुन्नालाल मिश्रा, नीरूबाला खंतवाल, ऋतु चमोली, कमल नेगी, वन मंत्री के ओएसडी कुलदीप रावत, मीडिया प्रभारी धर्मवीर गुसाईं, रेखा सेमवाल,समीक्षा पांडेय, पंकज नेगी, प्रशांत तिवारी, निधि कोटनाला, निर्मला बिष्ट, आस्था नेहा सेमवाल आदि शिक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आशीष डोबरियाल ने किया।