posted on : सितम्बर 8, 2024 7:06 अपराह्न
रूडकी : धामी सरकार का निर्णय की उत्तराखण्ड राजकीय कार्मिको द्वारा RSS की शाखा व अन्य सास्कृतिक /सामाजिक गतिविधियो मे प्रतिभाग किये जाने को उल्लंघन नही माना जायेगा । इस शासनादेश का स्वागत करते हुए धामी सरकार का धन्यवाद किया गया l राजकीय दुग्ध पर्यवेक्षक एशोसियेशन के प्रान्तीय अध्यक्ष सहदेव सिंह पुण्डीर दुग्ध निरीक्षक द्वारा कहा गया कि विश्व का सबसे पुराना एव बडा सामाजिक संगठन जो संघ प्रार्थना मे भारत माता की जय बोलता है । जिसका उद्देश राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाना है । संघ भगवा ध्वज को अपना गुरु मानता है ऐसे सगठन के संस्थापक तथा RSS की शाखा के बारे मे सरकारी कर्मचारियो को जानना चाहिए । शाखा मे जाकर ही संघ को जाना जा सकता है ।
पुण्डीर द्वारा कहा गया कि डॉ केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा 1925 मे विजय दशमी के दिन नागपुर मे RSS की स्थापना की गयी थी। हेडगेवार जन्मजात देशभक्त एव कुशाग्र बुद्धि के छात्र थे । कलकत्ता मे चिकित्सा की पढाई करते हुए अनुशीलन समिति के सदस्य रहे। चिकित्सा उपाधि प्राप्त करके घर आने पर चिकित्सा शुरू करने के लिए परिवार द्वारा कहा गया परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय थी बचपन में ही इनके माता पिता का देहावसान हो गया था। उस समय विदर्भ प्रान्त मे मात्र 78 चिकित्सक थे । डॉ. हेडगेवार ने सकल्प किया कि वह आजीवन अविवाहित रहकर हिन्दू समाज मे फैली बीमारी ( आत्म केन्द्रित, आत्म विस्मृत, आत्मशून्य ) को दूर कर भारतीय समाज को सगठित करने का कार्य करेगा । यह समाज भारत को अपनी माता के समान सकटों मे सेवा कर राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचा कर भारत को विश्व गुरु बनायेगा ।
पुण्डीर ने कहा कि RSS की शाखा व्यक्तित्व निर्माण की कार्यशाला है जिसमे 60 मिनट मे योग, आसन, सूर्यनमस्कार, खेल, दण्ड, नियुद्ध ,समता, एकलगीत, अमृतवचन ,सुभाषित करायी जाती है जिसके द्वारा मनुष्य का शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, मानसिक विकास ,नैतिक विकास, चारित्रिक विकास होकर सर्वगुण सम्पन्न व्यक्ति बनता है l संघ का मानना है कि सर्वगुण सम्पन्न व्यक्तियो से परिवार बनेगा परिवार से समाज तथा समाज से राष्ट्र बनेगा तो राष्ट्र परम वैभव पर पहुंचेगा और विश्व गुरु बनेगा । उन्होंने कहा की 1960 मे गोवा मुक्ति के लिए स्वयसेवको द्वारा आन्दोलन किया जिसमे कई स्वयसेवक शहीद हुए थे। 1962 के चीन युद्ध मे RSS के स्वयसेवको का योगदान देखकर प्रधानमत्री नेहरू के आमन्त्रण पर गणतन्त्र दिवस की परेड में 3000 गणवेश धारी स्वयसेवको द्वारा सघ घोष के साथ परेड मे हिस्सा लिया था । 1965 के पाकिस्तान युद्ध में दिल्ली की यातायात व्यवस्था स्वय सेवको द्वारा सभाली गयी थी । देश मे आयी विपदायो कोरोना मे स्वयसेवको द्वारा बढचढ कर सेवा की ।
उत्तराखण्ड मे दैवीय आपदा समिति बनाकर उत्तरकाशी भूकम्प मे माधव सेवा आश्रम मनेरी तथा केदारनाथ आपदा मे अनाथ बच्चो के लिए गुप्त काशी मे बाबा केदार छात्रावास, कुष्ट रोगियो के लिए दिव्य प्रेम मिशन, एम्स ऋषिकेश के मरीजो के तामीर दारो के लिए 200 वैड कीआवासीय व्यवस्था जैसे 1.5 लाख सेवा कार्य देश में चलाये जा रहे है। देश की एकता एवं अखण्डता के लिए समर्पित देशभक्तो की RSS शाखा से जुडकर कर्मचारी राष्ट्र भावना को मजबूत करेंगे । पुण्डीर द्वारा राजकीय कर्मचारियों को RSS शाखासे जुडने का आवाहन किया ।