चमोली : जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक ली। जिलाधिकारी ने जल संस्थान गोपेश्वर को गोपेश्वर क्षेत्रान्तर्गत तीनों एसटीपी का डेटा गंगा तरंग पोर्टल पर अपडेट करने के साथ ही प्रगति रिर्पोट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वहीं एसटीपी से उपचारित होने वाले अपशिष्ट जल को कृषि उपयोग में लाने को लेकर प्रस्ताव बनाने व नालों की टैपिंग को लेकर सिंचाई विभाग को प्लान बनाने के निर्देश दिए।
जिला गंगा प्लान ड्राफ्ट प्रारूप में सभी विभागों को 02 दिन में अपने सुझाव व प्लान देने के निर्देश दिए। सुझाव न देने वाले विभागों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। वहीं मीटिंग में जानकारी न रखने पर सिंचाई विभाग के जेई व नगरपालिका के अधिकारी को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए। डोर टू डोर कलेक्शन को लेकर सभी निकायों में नोडल अधिकारी नामित करने के साथ ही नगर निकायों को गीले और सूखे कूड़े का अलग अलग सेग्रीगेशन करने और नालों की सफाई करने के निर्देश दिए। वहीं एंटी लिटरिंग एंड एंटी स्पिटिंग एक्ट के तहत प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
डीपीओ नमामि गंगे गोविन्द बुटोला ने बताया कि डोर टू डोर कलेक्शन से पिछले एक साल में 47 लाख की आय और कॉम्पैक्टर मशीन से तैयार अजैविक सामग्री से 20 लाख की आय प्राप्त की है। एंटी लिटरिंग एंड स्पिटिंग एक्ट के तहत अप्रैल माह में 38 चालान व प्लास्टिक अपशिष्ठ प्रबंधन के तहत 22 चालान किए गए हैं। इस दौरान डीएफओ सर्वेश दुबे, प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी आनन्द सिंह सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे।


