गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के वैतरणी मार्ग पर पीपल के पौधरोपण कार्यक्रम में जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में चमोली जिले की महिलाओं की अहम भूमिका रही है।
पौधरोपण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीएम तिवारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए चमोली जिले की अपनी पहचान है। यहीं से चिपको आंदोलन की शुरूआत हुई है और यहां की महिलाओं ने इसमें अग्रणीय भूमिका अदा की है।
बुधवार को महिला मंगल दल, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय निवासियों की ओर से पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें जिलाधिकारी को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। जिलाधिकारी का शाल ओढ़ाकर एवं रामचरित मानस भेंट करते हुए मांगल गीत के साथ स्वागत किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी जनपद वासियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी सक्रिय सहभागिता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि चमोली की जनता के प्रेम और स्नेह के लिए वे आभारी हैं। पौधरोपण के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जंगलों को हरा-भरा बनाए रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है, जिससे जिले की नैसर्गिक सुंदरता बनी रहे। बदरीनाथ वन प्रभाग के डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे और डीएफओ केदारनाथ तरुण एस ने जल, जंगल और जमीन के संरक्षण की शपथ दिलाई।
गौरतलब है कि कार्यक्रम को आयोजित करने वाली महिलाओं की चिपको आंदोलन में सक्रिय भूमिका रही है। उन्होंने चिपको आंदोलन के प्रथम चरण (24 अप्रैल 1973 को मण्डल चिपको) तथा दूसरे चरण (25दिसंबर 1973 को केदार घाटी के रामपुर-फ़ाटा) में चले चिपको आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई है। चिपको की मातृ संस्था दशोली ग्राम स्वराज्य मण्डल के तत्वाधान में श्यामा देवी के नेतृत्व में अनसूया प्रसाद भट्ट, इंदिरा देवी, जेठूली देवी, पार्वती देवी, जयंती देवी ने एक माह तक केदार घाटी के गांवों में घूमकर चिपको की अलख जगाकर महिलाओं को संगठित किया था। 1970 मे श्यामा देवी के नेतृत्व में इन महिलाओं ने चंद्रापुरी (रुद्रप्रयाग) में एक माह तक मद्यनिषेध कार्यक्रम के तहत शराब के खिलाफ सत्याग्रह करते हुए टिहरी शराब विरोधी आंदोलन में एक माह तक जेल में रही। श्यामा देवी इसी दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति से मिली और पहाड़ में शराब् के ठेके के खिलाफ अपनी बात रखी। इसके बाद एक दशक तक इस क्षेत्र में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध रहा।
कार्यक्रम में सुशीला सेमवाल, चंद्रकला बिष्ट, वन सरपंच सुनीता भट्ट, सीपी भट्ट ट्रस्ट के प्रबंधक न्यासी ओम प्रकाश भट्ट, पर्यावरण विकास केंद्र, चिपको मातृ संस्था दशोली ग्राम स्वराज्य मण्डल के मंत्री विनय सेमवाल, शांति प्रसाद भट्ट, गोपाल दत्त भट्ट, मनोज तिवारी, जयंती प्रसाद भट्ट, कुलदीप भट्ट, आयुष चौहान, मीना भट्ट, विनीता भट्ट, पुष्पा नेगी, कुंती चौहान, देवेश्वरी देवी, दिगंबरी देवी, उमा देवी, संगीता भट्ट, शर्मिला डिमरी आदि मौजूद रहे।


