उत्तरकाशी : जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि चारधाम यात्रा 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में गंगोत्री एवं जानकीचट्टी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्लांट यात्रा मार्ग में उत्पन्न होने वाले ठोस अपशिष्ट (कूड़े) का प्रोसेसिंग, वर्गीकरण और वैज्ञानिक निस्तारण सुनिश्चित करेगा, जिससे धार्मिक स्थलों की स्वच्छता बनी रहेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत नगर पंचायत एवं जिला पंचायत द्वारा कूड़े के सैगरिगेशन (विभाजन) की प्रक्रिया सक्रिय रूप से चलाई जा रही है, जिसमें सूखा एवं गीला कूड़ा अलग-अलग किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत, सूखे कूड़े जैसे प्लास्टिक की खाली पानी की बोतलें, रैपर आदि को विशेष मशीनों द्वारा कम्पेक्ट (संकुचित) किया जा रहा है, जिससे उनका परिवहन और पुनर्चक्रण आसान हो सकेगा। वहीं गीले कूड़े को बायो-कम्पेक्टर की सहायता से खाद में परिवर्तित किया जा रहा है। यह खाद स्थानीय उद्यानों एवं हरित क्षेत्रों में उपयोग लायी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य चारधाम यात्रा को स्वच्छ, सुरक्षित एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाने तथा पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता में सुधार और कूड़े की मात्रा को कम करना है।


