उत्तरकाशी (कीर्तिनिधी सजवाण): जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने गंगा वाटिका गंगोरी में आयोजित कार्यक्रम में 16 दिवसीय गंगा स्वच्छता पखवाड़ा का शुभारंभ किया। यह पखवाड़ा 16 मार्च से 31 मार्च तक चलेगा। जिसमें स्वच्छता कार्यक्रम,गंगा गोष्ठी,जल संरक्षण,बृक्षारोपण, स्वच्छता रैली आदि विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस अवसर पर गंगा की निर्मलता व अविरलता को अक्षुण बनाये रखने हेतु उपस्थित लोगों को शपथ दिलायी गई।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने छात्र- छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अपने घरों एवं आस-पड़ोस व गांव में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करें। बच्चों की स्वच्छता के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए इस कार्य को हॉबी के रूप में शुरू करें। अपने अभिभावक व गांव के लोगों को कूड़े के निस्तारण के बारे में जागरूक करें। घर एवं गांव से जो कचरा निकलता है उसका सही से निस्तारण करें। गीले कूड़े को जैविक खाद के रूप में उपयोग में लाया जाय तथा सूखे कूड़े का एक स्थान पर सही से निस्तारण किया जाय। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि कचरे प्रबंधन को लेकर बच्चों के आइडियाज को स्कूलों में लागू किया जाय। ताकि बच्चे यह सोच सके कि जो कचरा उत्पन्न हो रहा है उसका बेहतर ढंग से अंत कैसे होगा। इस हेतु बच्चों को जागरूक किया जाय और उनके सुझाव लिए जाय ताकि अन्य बच्चे भी कूड़े निस्तारण के प्रति सोचे। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्लास्टिक वस्तुओं को रिसाइक्लिंग व कूड़े निस्तारण के बारे में बच्चों की जिज्ञासा को भी जाना। खाद्य सामग्री के प्लास्टिक पैकेट,रैपर,पॉलीथिन का उपयोग नही करने के लिये प्रेरित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने रुद्राक्ष की पौध भी रोपित की।
पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप सिंह मटूड़ा ने बताया कि गंगा की निर्मलता व अविरलता को अक्षुण बनाये रखने के लिए हम सबको आगे आने की जरूरत है। कूड़े प्रबंधन व निस्तारण की जानकारी दी गई बाथरूम व किचन के पानी निकासी हेतु सोखता गड्डा बनाने के लिए प्रेरित किया गया। गिला व सूखा कूड़े को जैविक व अजैविक के रूप में अलग अलग कर निस्तारण करें तथा अन्य को भी प्रेरित करें। सड़क व गली में कतई भी कूड़ा ना डाला जाय इस हेतु जन समुदाय को जागरूक किया जाय। इस अवसर पर डीएफओ दीपचंद आर्य, परियोजना निदेशक संजय सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र सक्सेना, सहित छात्र छात्राएं व अन्य लोग उपस्थित थे।


