चमोली । लॉकडाउन चलते श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कैंपस कॉलेज गोपेश्वर के प्रवक्ताओं की ओर भले ही ऑन लाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। लेकिन जिले में संचार की समुचित व्यवस्था न होने से करीब 50 फीसदी छात्र-छात्राएं इस सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में छात्रों की मई माह में होने वाली सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाओं को लेकर चिंत बढ गई है।
श्रीदेव सुमन विवि के गोपेश्वर कैम्पस में वर्तमान में करीब 35 सौ छात्र-छात्राएं विभिन्न विषयों में अध्ययनरत हैं। लेकिन लॉकडाउन के चलते महाविद्यालय के करीब 50 फीसदी छात्र संचार विहीन ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे हैं। ऐसे में महाविद्यालय की ओर से संचालित ऑन लाइन कक्षाओं का छात्रों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। महाविद्यालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डा. दर्शन नेगी का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र ने उनसे सम्पर्क कर ऑन लाइन कक्षाओं का लाभ न मिलने की बात कही गई है। जो चिंता का विषय है, हालांकि नगर क्षेत्र के छात्रों के लिये कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है।
रसायन विज्ञान विभाग के डा. दिनेश सती का कहना है कि विज्ञान संकाय के अधितर छात्र-छात्राएं नगर क्षेत्र में हैं। लेकिन रसायन विज्ञान प्रयोगात्मक विषय है, ऐसे में प्रयोगात्मक कक्षाओं का संचालन मुश्किल हो रहा है। जिससे मई माह में होने वाली परीक्षाओं को लेकर छात्रों की ओर से की जा रही चिंता लाजमी है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष संदीप नेगी का कहना है कि संगठन ने सरकार से मांग की है कि मार्क्स प्रमोशन प्रणाली के आधार पर सरकार को छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले में संगठन की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र भेजा गया है।
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