गोपेश्वर (चमोली)। पूरे देश के साथ ही उत्तराखंड में भी लाॅक डाउन 4.0 शुरू हो गया है। हालांकि ग्रीन जोन के जनपदों में कुछ छूट तो मिली है। लेकिन बावजूद इसके अधिकांश ऐसे लोग है जिन्हें पास रोजगार के साधन नहीं है। उन्हें अभी भी आर्थिक सहयोग की आवश्यता है। इन की मदद के लिए स्वयं के संसाधनों से सहयोग कर रहे है।
एनएसएस का छात्र अपने गांवों में कर रहा लोगों की मदद
गढ़वाल विश्व विद्यालय श्रीनगर अध्ययनरत छात्र वैभव सकलानी जो आजकल अपने घर जोशीमठ आया हुआ है। वैभव अपने घर पर ही सेनेटाइजर व मास्क तैयार कर लोगों को बांट रहा है। वहीं असहाय लोगों को राशन भी उपलब्ध करवा रहा है। कहता है कि इसमें उसका सहयोग एनएसएस के समन्वयक ओके बेलवाल, कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. ममता आर्य, जिला समन्वयक डाॅ. सुमन ध्यानी कर रहे है। साथ ही उसके परिजन भी उसे इस कार्य में प्रोत्साहित कर रहे है। स्वयं का तैयार किया हुआ सैनेटाइजर नगर पालिका अध्यक्ष जोशीमठ को भी उपलब्ध करवाया है जिसकी उन्होंने सराहना भी की है।
बालिका इंटर कालेज गोपेश्वर की अध्यापिका बांट रही राशन व किताब
राजकीय बालिका इंटर काजेल गोपेश्वर में अध्यापिका व एनएसएस की जिला समन्वयक डा. सुमन लता ध्यानी लाॅक डाउन के चलते गरीब व असहाय लोगों को राशन कीट उपलब्ध करवा रही है। बताती है कि अबतक वे सौ से अधिक गरीब परिवारों को स्वयं के संसाधनों से राशन की उपलब्ध करवा चुकी है। वहीं दो से अधिक बच्चों को कापी, किताब व अन्य लेखन सामग्री बांट चुकी है। कहती है कि इस संकट की घड़ी में हर उस व्यक्ति को आगे आना चाहिए जो सक्षम है और किसी की सहायता कर सकता है। ताकि कोई भी भूखा न रहे और शिक्षा पाने से वंचित न हो।
जिला पंचायत सदस्य के साथ ही ग्रामीण युवा भी जुटे है गांवों में
देवाल के जिला पंचायत सदस्य कृष्णा सिंह अपने युवा साथियों के साथ गांवों में मास्क, सेनेटाइजर, राशन कीट आदि बंटवा रहे है। कृष्णा का कहना है कि एक जनप्रतिनिधि का काम जन सेवा होता है। और ऐसी घड़ी में यदि जनसेवक ही जनता के काम न आये तो फिर जन सेवक ही कैसा। कृष्णा कहते है कि गांव के कुछ उत्साही युवाओं की टीम बनाकर वे गांवों का भ्रमण कर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक भी कर रहे है साथ ही लोगों को मास्क, सेनेटाइजर के साथ ही ग्राम प्रधान से संपर्क कर गरीबों को राशन भी उपलब्ध करवा रहे है।



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