थराली / चमोली । चमोली जिले के देवाल विकास खंड मुख्यालय पर लाॅक डाउन के दौरान मिली छूट में शराब की दुकान खुलने के विरोध में धरने पर बैठे देवाल के प्रमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को पुलिस व तहसील प्रशासन ने जबरन उठा दिया है। इस बीच पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच तीखी नौकझोंक भी हुई।
बता दें कि लाॅक डाउन के दौरान ग्रीन जोन में शराब की दुकानों को खोलने के सरकार के आदेश के बाद देवाल में भी शराब की दुकान खुल गई थी। देवाल के प्रमुख दर्शन दानू का आरोप है कि दुकान खुलने के बाद शारीरिक दूरी का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था साथ ही देर रात तक शराब की बिक्री की जा रही थी वहीं शराब को उंचे दामों पर बेचा जा रहा था। जिसके विरोध में उन्होंने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ शराब के ठेके को बंद करवाने के लिए शराब के ठेके के बाहर ही बुधवार से धरना शुरू कर दिया था।
गुरूवार को पहले उपजिलाधिकारी थराली किशन सिंह नेगी ने आंदोलनकारियों के साथ वार्ता करनी चाही लेकिन सफल न हो सकी। जिसके बाद भारी पुलिस की मौजूदगी में ब्लाॅक प्रमुख को जबरन उठा पुलिस के वाहन में बैठा दिया गया। जिस पर अन्य 11 आंदोलकारियों ने भी प्रमुख के समर्थन में अपनी गिरफ्तारी दी। जिन्हें पुलिस के वाहन में बैठाकर थाने लाया गया है। गिरफ्तार होने के बाद ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने जेल में भी भूख हड़ताल करने का एलान किया है। थाना प्रभारी थराली ध्वज्वीर सिंह पंवार ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आंदोलनकारियों पर आइपीसी की धारा 188, 269, 270 व आपदा एक्ट 54 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इधर शराब के विरोध में आंदोलन कर रहे जनप्रतिनिधियो को जबरन उठाकर बंद किये जाने पर सीपीएम के नेता भूपाल सिंह रावत, उक्रांद के मुख्य प्रवक्ता सतीश सेमवाल ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है। और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। प्रशासन को चाहिए कि अविलंब इन्हें रिहा किया जाए।
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