ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं बल्कि छात्र-छात्राओं को अगली कक्षाओं में किया जाए प्रमोट
कर्णप्रयाग / चमोली । भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) लॉकडाउन से हुए पढ़ाई के नुकसान संबधी मांगों के 50 हजार पोस्टकार्ड प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री को भेजेगा। एनएसयूआई संगठन का कहना है कि प्रदेश सरकार जबरन ऑनलाइन परीक्षाएं छात्र-छात्राओं पर थोप रहा है। जिससे छात्र-छात्राओं का भला होने वाला नहीं है। संगठन ने सरकार से ऑन लाइन पढ़ाई बंद करने की मांग की है।
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव मनोज रावत, नगर अध्यक्ष आयुष नेगी, गौरव तोपाल, समीर नेगी, सूर्यकांत, अशोक नेगी आदि का कहना है कि लॉकडाउन में प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में पठन-पाठन पूरी तरह बंद है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं की एक सेमेस्टर की फीस माफ होनी चाहिए। यही नहीं बल्कि पहाड़ी महाविद्यालयों में 50 फीसदी से अधिक बच्चे दुर्गम गांवों से आते हैं। ऐसे में ऑनलाइन परीक्षाएं उचित नहीं है। विभाग को चाहिए की सभी छात्र-छात्राओं को पिछले प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षाओं में प्रोन्नत किए जाने चाहिए। जबकि अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं 10 फीसदी अतिरिक्त अंकों के साथ पिछले प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षाओं में पदोन्नत किया जाए। यही नहीं पहाड़ों में कमजोर नेटवर्क के चलते एनएसयूआई ने ऑनलाइन पढ़ाई को बंद करने की मांग की है।



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