चमोली । चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के रास्ते में शराब पीकर उत्पात मचाने के साथ ही साथ में ले गये म्यूजिक सिस्टम को ऊंची आवाज में बजाकर सेंच्युरी एरिया में शांति भंग कर वन्य प्राणियों के जीवन को संकट में डालने व पर्यावरण के नियमों की अनदेखी करने के आरोप में वन विभाग 13 युवाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर उनसे शुःल्क वसूल करते हुए भविष्य में ऐसा न करने के लिखित माफीनामें के बाद छोड़ दिया गया है।
केदारनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अमित कंवर ने जानकारी देते हुये बताया कि रुद्रनाथ ट्रैक पर शराब पीकर उत्पात मचाते और इस सेंचुरी ऐरिया की शांति को भंग करने की शिकायत मंदिर समिति की ओर से मिली थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर युवाओं को पकड़ा।
प्रभागीय वनाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले मंगलवार से रुद्रनाथ ट्रैक को जाने वाले प्रवेश द्वार सगर में वन विभाग की एक चैक पोस्ट लगाई जायेगी। जहां पर रुद्रनाथ जाने वाले व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन होगा। आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र दिखाने के बाद ही रुद्रनाथ जाने की अनुमति मिलेगी। रूद्रनाथ जाने वाले हर यात्री, ट्रेकर्स को अपने साथ ले जा रहे सामान जानकारी देनी होगी। प्लास्टिक, पालीथीन की सामाग्री यदि ले जाता है तो वापसी में उसे दर्ज कराना होगा। प्रवेश द्वार पर सौ रुपये शुल्क प्रति ग्रुप लिया जायेगा। यदि लौटते समय जाने वालों को दर्ज करायी गई सामग्री दिखानी होगी। वापसी में प्लास्टिक अथवा पाॅलीथीन की सामग्री कम पायी जाती है तो उस पर जुर्माना लिया जाएगा जिसका उपयोग रूद्रनाथ की स्वच्छता बनाये रखने पर खर्च किया जाएगा।



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