posted on : जुलाई 19, 2025 1:54 पूर्वाह्न
- धर्मान्तरण के प्रयास में 05 अभियुक्तों के विरूद्ध उत्तराखण्ड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत अभियोग किया गया पंजीकृत
- यूपी एटीएस द्वारा एसएसपी देहरादून से सम्पर्क कर आगरा में पंजीकृत धर्मान्तरण से सम्बन्धित अभियोग की जानकारी करी साझा
- प्राप्त जानकारी के आधार पर एसएसपी देहरादून द्वारा एसपी देहात के नेतृत्व में टीम का किया था गठन
- उत्तराखण्ड एसटीएफ के सहयोग से संदिग्ध इन्स्टाग्राम आईडियों की लगातार की गयी मॉनीटरिंग
देहरादून : 17 जुलाई 2025 को यूपी एटीएस द्वारा एसएसपी देहरादून से सम्पर्क कर गोपनीय सूचनाओं का आदान प्रदान किया गया था, जिसमें उनके द्वारा देहरादून में एक संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी साझा करते हुए आगरा में धर्मान्तरण रैकेट के सम्बन्ध मे दर्ज मुकदमे में शंकरपुर सहसपुर निवासी एक व्यक्ति अब्दुल रहमान को पूछताछ हेतु हिरासत में लेने तथा अभियोग से सम्बन्धित अन्य सूचनाओं को साझा किया गया था। उक्त सूचनाओं पर एसएसपी देहरादून द्वारा तत्काल एसपी देहात के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर सूचनाएं एकत्रित की गई तथा कुछ संदिग्ध इन्टाग्राम आईडी की मॉनिटरिंग की गई थी। साथ ही एसटीएफ टीम को टैक्निकल सहयोग हेतु शामिल किया गया। उत्तराखण्ड से सम्बन्धित इन्टाग्राम आईडी की जानकारी करने पर रानीपोखरी क्षेत्र में एक संदिग्ध युवती की आईडी की जानकारी प्राप्त हुई, साथ ही उक्त महिला के आगरा में पंजीकृत अभियोग में यूपी एटीएस द्वारा शंकरपुर सहसपुर से हिरासत में लिये गये व्यक्ति के सम्पर्क में होने की जानकारी मिली, जिस सम्बन्ध में पुलिस टीम द्वारा उक्त युवती से सघन पूछताछ करते हुए उक्त गिरोह द्वारा धर्मान्तरण के लिये अपनाई जा रही मोडस ओपरेन्डी से युवती के परिजनों को अवगत कराते हुए विस्तृत जानकारी दी गई।
जिस पर युवती के पिता राजकुमार बजाज पुत्र जगदीश लाल निवासी: दोनाली, घमण्डपुर रानीपोखरी द्वारा भी अपनी पुत्री को धर्मान्तरण के लिये कुछ मुस्लिम युवकों व युवती द्वारा विवश करने के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए इस सम्बन्ध में एक तहरीर थाना रानीपोखरी पर दी गई, जिसके आधार पर थाना रानीपोखरी में उत्तराखण्ड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।
उक्त प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा आगरा पुलिस से लगातार सम्पर्क में रहकर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। अब तक अभियुक्तों द्वारा उत्तराखण्ड में किसी अन्य स्थान पर इस प्रकार का कोई कृत्य किये जाने की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, पुलिस जांच में युवती के उत्तर प्रदेश, गोवा तथा दिल्ली में कुछ संदिग्ध इन्स्टाग्राम आईडी से सम्पर्क में होने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर सम्बन्धित स्थानों पर टीमें रवाना की गई हैं। दून पुलिस द्वारा उक्त प्रकरण में धर्मान्तरण के साथ-साथ अवैध फंडिंग से सम्बन्धित पहलुओं की भी जांच की जा रही है। प्रकरण के संबंध में एसएसपी देहरादून तथा एसएसपी एसटीएफ द्वारा संयुक्त प्रेस वार्ता कर जानकारी दी गयी।


