जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के भारत तिब्बत सीमा क्षेत्र के सुमना में शुक्रवार देर सांय को ग्लेशियर टूट कर सीमा क्षेत्र की सडक पर आ गया जिससे इसकी चपेट में आकर यहां मौजूद बीआरओ के आठ मजदूरों की मौत हो गई है। जबकि चार लोग घायल बताये जा रहे है। यहां मौजूद अन्य 391 मजदूरों को सुरक्षित बताया जा रहा है।
सूचना मिलने के बाद शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हेलीकाप्टर से आपदा क्षेत्र का दौरा करने के बाद जोशीमठ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि जिस स्थान पर यह घटना घटित हुई है। वह जोशीमठ से 94 किलामीटर दूर होने के साथ ही संचार व आबादी क्षेत्र से विहीन है। यहां पर बीआरओ की ओर से सीमा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है जिसके लिए यहां पर करीब 400 सौ मजदूर कार्य कर रहे है। ऐसे में शुक्रवार को सीमा क्षेत्र की सड़क की पहाड़ी पर अटका ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट पर सड़क पर आ गया। जिससे की इसकी चपेट में आकर आठ लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हो गये है। जबकि सुरक्षित आवासीय स्थल पर होने के चलते 391 मजदूर सुरक्षित बताये जा रहे है।
सीएम ने बताया कि घटना के बाद से भारतीय सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की ओर से राहत एवं बचाव कार्य किये जा रहे है। इधर जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि घटना स्थल से आठ शवों को बरामद कर लिया गया है। जबकि सीमा क्षेत्र में हुई बर्फवारी के चलते घटना स्थल के मार्ग से बर्फ हटाये जाने का कार्य किया जा रहा है।
उत्तराखंड की नीति घाटी में मलारी बॉर्डर स्थित सुमना गाँव के निकट ग्लेशियर टूटने का समाचार मिलने पर घटनास्थल का हवाई निरीक्षण किया। सुमना क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने से रास्ते बंद हैं। संचार व्यवस्था स्थापित की जा रही है। pic.twitter.com/IRbkDYtA54
— Tirath Singh Rawat (मोदी का परिवार) (@TIRATHSRAWAT) April 24, 2021



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