चमोली । चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के सांकरी गांव का जवान जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गया है। जिसकी सूचना मिलने के बाद जवान के गांव सांकरी सहित पोखरी ब्लॉक और चमोली में शोक की लहर है। जानकारी के अनुसार सांकरी गांव निवासी वीरेंद्र भंडारी और जानकी देवी का पुत्र योगंबर भारतीय सेना में जम्मू कश्मीर के पुंछ में तैनात था। जहां गुरूवार सायं को पुंछ जिले के मेंढर में काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन के दौरान भारी गोलीबारी हुई। इस दौरान राइफलमैन योगंबर और राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी घायल हो गये थे। जिन्हें घायल अवस्था में चिकित्सालय में भर्ती करया गया। जहां उपचार के दौरान दोनों ने जान गंवा दी है। जिसकी सूचना संकारी गांव में रह रहे योगंबर के परिवार को विजयदशमी के पर्व पर मिलने के बाद घर में मातम छा गया है। जहां माँ, पत्नी और बहन खबर मिलने के बाद से बार-बार रोते-रोते बेहोश हो रही हैं, वहीं पिता और दोनों भाई भी सदमे में हैं। सांकरी सहित आसपास के गांवों में खबर मिलने के बाद से शोक की लहर छायी हुई है।
नरेंद्रनगर। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढऱ में आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंंकियों से हुई मुटभेड़ में टिहरी का एक जवान शहीद हो गया। बताया गया कि बृहस्पतिवार को सर्च आपरेशन के दौरान आतंकवादियों की ओर से की गई भारी गोलाबारी में गढ़वाल राइफल का जवान विक्रम सिंह नेगी गंभीर रूप से घायल हो गया था। शुक्रवार सुबह परिजनों को यह सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।देश की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात गजा तहसील क्षेत्र के ग्राम विमाण गांव का जवान पुंछ जिले के मेंढऱ में चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों की ओर से की गई भीषण गोलाबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा रहा था, इस दौरान वह शहीद हो गए।
परिजनों को शुक्रवार सुबह 11 बजे बेटे के शहीद होने की सूचना मिली। यह खबर मिलते ही परिवार में मातम पसर गया। अपने इकलौते बेटे के शहीद होने की खबर सुनते ही मां विरजा देवी और पत्नी पार्वती देवी बेहोशी की हालत में पहुंच गई। बुजुर्ग दादी भी पोते के शहीद होने की खबर सुनकर दिनभर रोती रही। राइफलमैन विक्रम सिंह के देश के लिए शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव के लोग शहीद के घर पहुंचने शूरू हो गये। देखते ही देखते शहीद विक्रम सिंह के घर में लोगों का तांता लग गया। बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीण भी अपने आसूं नहीं रोक पाए। जिससे दिनभर शहीद के घर में रोते-विलखते परिजनों को सांत्वना देने के लिए आस-पास गांव के लोगों का तांता लगा रहा। आतंकियों से मुटभेड़ में विमाण गांव के बेटे के शहीद होने की सूचना फैलते ही क्षेत्र में शोक ही लहर दौड़ गई। गांव के प्रधान सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि परिजनों को सेना की ओर से शुक्रवार करीब 11 बजे बेटे के शहीद होने की सूचना मिली। उसके बाद शहीद के पिता साब सिंह को भी सूचना दी गई है,वह हिसार में नौकरी करते हैं। तहसीलदार रेनु सैनी ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचने की अभी स्पष्ट सूचना नहीं मिली है।