रविवार, जुलाई 6, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
6th जुलाई 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

साल में सिर्फ 05 घंटे के लिए खुलता है निराई माता का मन्दिर, महिलाओं का प्रवेश है वर्जित!

शेयर करें !
posted on : दिसम्बर 2, 2022 10:56 अपराह्न

 

गरियाबंद/रांची : देश में अनेक मंदिर ऐसे हैं, जो अपने अंदर तमाम अनसुलझे रहस्यों को समेटे हुए है। विज्ञान भी इसकी तह तक नहीं जा सका। ऐसा ही है छत्तीसगढ़ के गरियाबंद शहर से 12 किलोमीटर दूर हरी-भरी पहाड़ियों पर स्थित निराई माता का मंदिर। इसके दरवाजे वर्ष में केवल 5 घंटे के लिए ही खुलते हैं। इन्ही चंद घंटों में हजारों लोग माता के दर्शन का लाभ ले पाते हैं। यह मंदिर हर साल चैत्र नवरात्रि के पहले रविवार को सुबह 4 बजे से 9 बजे तक खोला जाता है। इन पांच घंटे के दौरान हजारों देवी भक्त माता के दर्शन करने पहुंचते हैं। पूजा के बाद गांव के पुरोहित मंदिर के कपाट को फिर एक साल के लिए बंद कर देते हैं। इसलिए साल के अन्य दिनों में यहां आना प्रतिबंधित माना गया है।

नवरात्रि के दौरान तमाम देवी मंदिरों में सिंदूर, सुहाग आदि श्रृंगार सामग्री चढ़ाया जाता है, लेकिन निराई माता के मंदिर में श्रद्धालु केवल नारियल और अगरबत्ती लेकर ही जाते हैं, क्योंकि माता इतने में ही प्रसन्न हो जाती हैं। मान्यता है कि निराई माता के दरबार में भक्त के भय, पीड़ा का नाश होता है। यही कारण है कि हर साल 5 घंटे के लिए खुलने वाले इस मंदिर में दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं।

अपने आप जल उठती है ज्योति

इस मंदिर के गर्भ में कई रहस्य छुपे हुए हैं। मंदिर में चैत्र नवरात्र के दौरान हर वर्ष अपने आप ही ज्योति जल उठती है। ज्योति कैसे जलती है, कौन इसे जलाता है? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। मंदिर में अपने आप ज्योति प्रज्वलित होने का चमत्कार कैसे होता है? यह अबूझ पहेली ही बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर के पट साल भर बंद रहते हैं। चैत्र नवरात्रि में ही पट खोला जाता है, इस दौरान भक्तों को ज्योति के भी दर्शन होते हैं। ग्रामीण मानते हैं कि निराई माता के चमत्कार से मंदिर में बिना तेल के नौ दिनों तक ज्योति जलती रहती है।

मांस-मदिरा पीकर आने वालों पर मधुमक्खियां करती है हमला

इस मंदिर में प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्र के पहले रविवार को मंदिर खुलता है। इस दौरान आयोजित होने वाले जात्रा कार्यक्रम में भी भक्त बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। मान्यता है कि निराई माता के दर्शन मात्र से ही भक्तों की पीड़ा दूर हो जाती है। यहां पूरे भक्ति भाव और पवित्र मन से ही पहुंचा जाता है। अगर कोई व्यक्ति मांस-मदिरा का सेवन करके मंदिर आने का प्रयास भी करता है, तो जंगलों में रहने वाली मधुमक्खियां उस पर कोप बनाकर टूट पड़ती हैं।

क्यों महिलाओं का प्रवेश वर्जित है?

वैसे तो देवी मंदिरों में सभी भक्तों को प्रवेश दिया जाता है, लेकिन निराई माता के मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित रखा गया है। इस मंदिर में केवल पुरुष ही माता की पूजा अर्चना कर पाते हैं। इतना ही नहीं नियम इतने सख्त हैं कि इस मंदिर में देवी को चढ़ा प्रसाद भी महिलाएं नहीं खा सकती हैं। माना जाता है कि अगर किसी महिला ने गलती से माता को चढ़ा प्रसाद ग्रहण कर लिया तो अनहोनी घट सकती है।

बकरे की बलि भी चढ़ाई जाती है

चैत्र नवरात्रि में खुलने वाले निराई माता के मंदिर में बकरों की बलि भी चढ़ाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि देवी को बकरे की बलि चढ़ाने से वह प्रसन्न होकर अपने भक्त की मनोकामना जरूर पूरी करती हैं। क्योंकि मंदिर साल में एक बार ही खुलता है इसलिए मन्नत लेकर माता के दरबार में पहुंचे कुछ भक्त बकरों की बलि देकर माता को प्रसन्न करते हैं, तो वहीं कई अन्य मुराद पूरी हो जाने के बाद बकरे की बलि चढ़ाते हैं।

हाल के पोस्ट

  • श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में उमडे़ सहसपुरवासी
  • Epaper : सेमन्या कण्वघाटी हिंदी पाक्षिक समाचार पत्र 01 जुलाई 2025
  • देहरादून : पंचायत चुनाव की नामांकन प्रक्रिया संपन्न, अब होगी जांच
  • कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर डीएम स्वाति एस. भदौरिया ने नीलकंठ क्षेत्र का किया स्थलीय निरीक्षण, कमियों पर जताई नाराजगी, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
  • कांवड़ मेले की तैयारियों पर डीएम स्वाति एस. भदौरिया ने जताई सख़्ती, समर्पण के साथ कार्य करने के दिये निर्देश, कार्य में लापरवाही बरतने पर एएमए जिला पंचायत और अधिशासी अभियंता लोनिवि से स्पष्टीकरण तलब
  • उत्तराखण्ड : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एक और बड़ी कार्रवाई, सरकारी योजनाओं का गलत लाभ उठाने का मामला, कोतवाली नगर और थाना राजपुर दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज
  • यात्रा लेखन के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के लिए ह्यू और कोलीन गैंटज़र को मिला पद्म श्री सम्मान
  • डीएम आशीष भटगाई ने राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में ईवीएम वेयर हाउस का किया मासिक निरीक्षण
  • कपकोट-पोथिंग मोटर मार्ग अवरुद्ध, डीएम आशीष भटगांई के निर्देश पर एसडीएम अनिल सिंह रावत ने किया स्थलीय निरीक्षण, तत्काल खुलवाने के दिए निर्देश
  • बागेश्वर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण, डीईओ आशीष भटगाई ने दिए निर्देश
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.