शुक्रवार, सितम्बर 19, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
Advertisement
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
19th सितम्बर 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

देवभूमि उत्तराखंड का कटारमल सूर्य मंदिर कोणार्क से भी है 200 साल पुराना

शेयर करें !
posted on : फ़रवरी 26, 2023 3:58 अपराह्न

 

अल्मोड़ा : इस मंदिर में सूर्य भगवान की मूर्ति किसी धातु या पत्थर से निर्मित नहीं, बल्कि यह मूर्ति बड़ के पेड़ की लकड़ी से बनी है। लाल वर्ण, सात घोड़ों के रथ में सवार भगवान सूर्य देव को सर्वप्रेरक, सर्व प्रकाशक, सर्व कल्याणकारी माना जाता है। भगवान सूर्य देव को “जगत की आत्मा” कहा जाता है। सूर्य देव से ह़ी पृथ्वी में जीवन है और सूर्य ही नवग्रहों में प्रमुख देवता माने जाते हैं। सारे देवताओं में सिर्फ भगवान सूर्य ही एक ऐसे देव हैं जो हर रोज साक्षात दर्शन देते हैं और जिन से समस्त विश्व के प्राणियों, पेड़ पौधों का जीवन चक्र अविरल रूप से चलता रहता है। इसीलिए हमारे धार्मिक ग्रंथो में सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व बताया ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌गया है। प्रातः उठकर उगते हुए सूर्य देव को जल देना व उनकी आराधना को सर्वोच्च माना गया है। सूर्य देव से ह़ी समस्त मनुष्य जाति को बिना रुके, बिना थके अविरल चलते रहने की प्रेरणा मिलती हैं चाहे समय कैसा ह़ी क्यों ना हो।

भारत में उड़ीसा के कोणार्क का सूर्य मंदिर ऐसे तो विश्व प्रसिद्ध है, लेकिन उत्तराखंड की पवित्र देवभूमि में भी भगवान सूर्यदेव साक्षात विराजते हैं कटारमल सूर्य मंदिर के रूप में। अल्मोड़ा से लगभग 16-17 किलोमीटर की दूरी में अधेली सुनार गांव में स्थित हैं। यह भव्य सूर्य मंदिर समुद्र तल से लगभग 2116 मीटर की ऊंचाई पर है। यह सूर्य मंदिर कोणार्क के सूर्य मंदिर से भी लगभग 200 साल पुराना माना जाता है।


मंदिर का निर्माण

इस कटारमल सूर्य मंदिर का निर्माण लगभग नवी शताब्दी का माना जाता है। उस वक्त उत्तराखंड में कत्यूरी राजवंश का शासन हुआ करता था। इस मंदिर के निर्माण का श्रेय कत्यूरी राजवंश के राजा कटारमल को जाता है। इसीलिए इस मंदिर को “कटारमल सूर्य मंदिर” कहा जाता हैं। ऐसा माना जाता हैं कि इस मंदिर का निर्माण राजा कटारमल ने एक ह़ी रात में करवाया था।

मंदिर की विशेषता

सीढीनुमा खेतों को पार करने के बाद ऊंचे-ऊंचे देवदार के हरे भरे पेड़ों के बीच तथा पहाड़ी सड़कनुमा पगडंडी से चढ़ते हुए एक पर्वत पर स्थित कटारमल सूर्य मंदिर पर जब पहुंचते हैं। मंदिर में कदम रखते ही उसकी भव्यता, विशालता का अनुभव अपने आप ही हो जाता है। विशाल शिलाओं पर उकेरी गयी कलाकृतियों व लकड़ी के दरवाजों में की गयी अद्धभुत नक्काशी देखते ह़ी बनती हैं।और सारी थकान अपने आप ही मिट जाती हैं।

कटारमल सूर्य मंदिर का मुख पूर्व दिशा की तरफ है। इस मंदिर को एक ऊंचे वर्गाकार चबूतरे पर बनाया गया है। मुख्य मंदिर की संरचना त्रिरथ है। गर्भगृह का आकार वर्गाकार है तथा शिखर वक्र रेखीय है जो नागर शैली की विशेषता है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां पर सूर्य भगवान की मूर्ति किसी धातु या पत्थर से निर्मित नहीं है बल्कि यह मूर्ति बड़ के पेड़ की लकड़ी से बनी है जो‌ अपने आप में अद्भुत व अनोखी है। इसीलिए इस सूर्य मंदिर को बड़ आदित्य मंदिर भी कहा जाता है। कटारमल सूर्य मंदिर की वास्तुकला व शिल्पकला का एक अद्भुत नमूना है। मुख्य सूर्य मंदिर के अतिरिक्त इस जगह पर 45 छोटे-बड़े और भी मंदिर है। यहां पर भगवान सूर्य देव के अलावा शिव, पार्वती, गणेश जी, लक्ष्मी नारायण, कार्तिकेय व नरसिंह भगवान की मूर्तियां भी स्थापित है।

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/08/Video-1-Naye-Sapne.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/09/WhatsApp-Video-2025-09-15-at-11.50.09-PM.mp4

हाल के पोस्ट

  • अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त पुल की जगह दो दिन में बना वैली ब्रिज, सीएम के निर्देशानुसार डीएम व एसएसपी ने मसूरी सड़क व वैली ब्रिज के सेफ्टी ऑडिट के उपरांत ही संचालित कराया देहरादून मसूरी आवागमन
  • नंदानगर आपदा : सड़क मार्ग बाधित होने से बढ़ी चुनौती, डीएम-एसपी ने पैदल चलकर संभाला रेस्क्यू ऑपरेशन का मोर्चा
  • थराली के आपदा प्रभावितों को कांग्रेस ने बांटी राहत सामग्री
  • लापता लोगों को सुरक्षित निकालना बनी चुनौती
  • ग्लोबल आइकॉन अवार्ड से सम्मानित होगी प्रसिद्ध जागर गायिका पम्मी नवल
  • मुख्यमंत्री के निर्देश, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में डीएम बंसल ग्राउंड जीरो पर तत्पर
  • सीएम धामी ने अतिवृष्टि प्रभावित मसूरी रोड और किमाड़ी क्षेत्रों का किया निरीक्षण
  • तबाही का मंजर : नंदानगर में अतिवृष्टि से भारी नुकसान, दस जिंदगियां लापता
  • उत्तराखंड : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ शहर में भारी आक्रोश, हल्द्वानी में किया प्रदर्शन
  • नन्ही परी केस : सीएम धामी ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के दिए निर्देश
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.