- कोरोना महामारी को देखते हुए सादगीपूर्ण ढंग से पहुंचेगा तेलकलश
- 17 मई शाम श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा गाडू घड़ा तेलकलश, 18 मई प्रात: श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे
- ऋषिकेश , श्रीनगर प्रवास तथा दर्शन कार्यक्रम रद्द
ऋषिकेश : श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के अभिषेक हेतु नरेन्द्रनगर राजदरबार से 29 अप्रैल दोपहर में तिलों के तेल का कलश गाडू घड़ा सादगी पूर्वक बदरीनाथ धाम को रवाना हो जायेगा। पहले चरण में तेलकलश डिमरी पुजारियों के मूल गांव डिम्मर के लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंचेगा। 17 मई शाम को तेलकलश बदरीनाथ पहुंचेगा। 18 मई को प्रात: 4.15 बजे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि कोरोना महामारी के दृष्टिगत तेलकलश यात्रा को डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत ने अति संक्षिप्त कर दिया है। तेलकलश देवस्थानम बोर्ड के चेलाचेतराम धर्मशाला रेलवे रोड ऋषिकेश में प्रवास एवं दर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। तेलकलश बदरीनाथ धाम पहुंचने में कोरोना बचाव मानकों का पालन होगा मास्क पहनना, सामाजिक दूरी, सेनिटाईजेशन पर ध्यान दिया जायेगा।
डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि विनोद डिमरी ने जानकारी दी है कि इस बार गाडू घड़ा तेलकलश कार्यक्रम में पंचायत के केवल चार सदस्य शामिल होंगे। नरेन्द्रनगर राजदरबार में सादगी एवं संक्षिप्तरुप से गाडू घड़ा हेतु तिलों का तेल पिरोया जायेगा। तेल कलश हेतु 28 अप्रैल को पंचायत के चुनिंदा सदस्य नरेन्द्रनगर पहुंचेगे। 29 अप्रैल को तेलकलश राजदरबार से सीधे बदरीनाथ धाम को रवाना हो जायेगा। डिमरी पंचायत के पदाधिकारी आशुतोष डिमरी एवं पंकज डिमरी ने बताया कि कोविड-19 से को देखते हुए गाडू घड़ा को सादगी पूर्ण ढ़ग से बदरीनाथ पहुंचेगा। रास्ते में ऋषिकेश, श्रीनगर आदि जगहों पर इस बार रात्रिप्रवास एवं दर्शन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।
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