देहरादून : दृढ़ संकल्प परिवर्तन का आधार है। वर्तमान समय भले ही हमारे भीतर कोई कमी ,कमजोरी हो लेकिन भविष्य में हम क्या बनेगे यह हमारे दृढ़ संकल्प पर निर्भर करता है। हम मात्र एक दृढ़ संकल्प से अपने जीवन को बदल सकते है।
मैं आत्मा हूँ, शरीर नही, इस धारणा का दृढ़ संकल्प न केवल भौतिक समस्याओ का समाधान देता है बल्कि भावनात्मक समस्याओ से भी मुक्त कर देता है। इस प्रकार के दृढ़ संकल्प को धारण करने पर हमारे जीवन के सभी बातों में परिवर्तन आ जाता है। इस तरह के दृढ़ संकल्प से हम स्वयं में परिवर्तन ला सकते है और साथ मे समपूर्ण विश्व मे भी परिवर्तन ला सकते है।
यदि इस प्रकार के श्रेष्ठ संकल्प और कर्तव्य को सामने रखकर कोई संकल्प और कर्म किया जाए तब वह व्यर्थ नही जाता है। लेकिन व्यवहार में हम पुरानी मान्यताओं और धारणाओं पर चलते हुए अपने श्रेष्ठ कर्तव्य को भूल जाते है।
इस प्रकार हम अनेक भूलो के शिकार हो जाते है। जो व्यक्ति अपने को भूल जाता है वह अनेक भूलो का निमित्त बन जाता है। श्रेष्ठ कर्तव्य और श्रेष्ठ प्राप्तियों को सामने रखने पर हम कई बातों से सेफ हो जाते है। यह हम बार- बार भूलने का संस्कार धारण करेंगे तब जो श्रेष्ठ प्राप्ति के बाद खुशी का अनुभव होना चाहिए, उससे वंचित हो जाते है।
हम प्रभाव, झुकाव, लगाव और मोह के कारण अपने समय और शक्तियों को सही जगह नही लगाते है। फलस्वरूप जिसके प्राप्ति के अधिकारी उससे वंचित हो जाते है। जो अधिकारी होते है वह किसी के अधीन नही होते है। लेकिन बार -बार विस्मृति के कारण हम अपने को कमजोर कर लेते है। फलस्वरूप कमजोरी के कारण हम छोटी बात का भी सामना नही कर पाते है। इसलिये हमे प्रतिज्ञा करनी है कि हम लड़ेंगे लेकिन हारेंगे नही और विजयी बनेगे।
जब सम्पूर्ण स्थिति नजदीक है तब सफलता भी नजदीक मिलती है। इस स्मृति में रहने पर पुरुषार्थ में बल भर जाता है। जब यह पता चल जाता है कि मंजिल अब दूर नही है तब मंजिल पर पहुचने की खुशी में अन्य बातें भूल जाते है। श्रेष्ठ समय और प्राप्तियों को सामने रखने पर आलस्य और थकावट मिट जाता है। इसलिये श्रेष्ठ बनने का संकल्प, कर्म का प्लान बनाकर अपने प्लान को देखते हुए जब उसे प्रैक्टिकल में लाते है तब ऐसी प्रतिज्ञा हमारे सम्पूर्ण स्वरूप का प्रत्यक्ष करा देती है।
अव्यक्त महावाक्य बॉप दादा 24 मई 1972
लेखक : मनोज श्रीवास्तव, सहायक निदेशक सूचना एवं लोकसम्पर्क विभाग उत्तराखंड
Discussion about this post